आपणी हथाई न्यूज़,प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से सियासी उबाल दिखाई दे रहा है। बीते दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2020 में हुए सियासी संकट के दौरान मानेसर की घटना का जिक्र करते हुए अपने ही विधायकों से कहां की उन्होंने जो 10-15 करोड़ रुपए भाजपा से लिए थे वह वापस कर दे, मुख्यमंत्री गहलोत ने यह भी कहा करोड़ 2 करोड़ रुपए अगर खर्च हो गए है तो उसकी भरपाई मैं एआईसीसी से करवा दूंगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस बयान के बाद राजस्थान की सियासत में एक बार फिर गर्मी आ गई थी। गहलोत के इस बयान के बाद आज सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री गहलोत के उस बयान का जवाब दिया है।
सचिन पायलट ने आज पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर खुलकर हमला बोला सामान्यत सचिन पायलट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ खुलकर नहीं बोलते लेकिन आज सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के खिलाफ खुलकर बयान दिए उन्होंने कहा कि अगर किसी विधायक ने पैसे दिए हैं तो आपने 3 साल से जांच क्यों नहीं करवाई। पायलट ने कहा कि हेमाराम चौधरी और बृजेंद्र ओला जैसे वरिष्ठ नेता जिनका तीन-चार दशक का राजनीतिक कैरियर है उन जैसे नेताओं पर आरोप लगाना गलत है।
सचिन पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने ही विधायकों पर आरोप लगाकर अपनी ही पार्टी की छवि धूमिल कर रहे हैं साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोनिया गांधी को नेता ना मानकर वसुंधरा राजे को अपना नेता मानते हैं क्योंकि वह बार-बार उनके बारे में ही बोलते हैं। वसुंधरा राजे के कार्यकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार की जात को लेकर उन्होंने बोला कि अब मुझे समझ में आ गया है कि उस पर कार्रवाई क्यों नहीं होती। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि वह 11 अप्रैल को अजमेर से जयपुर तक जन संघर्ष पदयात्रा करेंगे।
सचिन पायलट ने कहां की व लगातार भाजपा सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार को लेकर बोलते रहे हैं और 11 अप्रेल को उन्होंने अनशन भी किया था अब 11 मई को वह पेपर लीक मामले को लेकर अजमेर से जयपुर तक 125 किलोमीटर की जन संघर्ष पदयात्रा कर जनता के बीच में जाएंगे।