आपणी हथाई न्यूज़,हाल ही में संपन्न हुए मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के चुनाव को लेकर आज चुनाव में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रहे हुकमचंद कांटा ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष मनीष लांबा पर गंभीर आरोप लगाए। स्थानीय होटल राज महल में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर हुकमचंद कांटा ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष मनीष लांबा पर चुनाव के दौरान धांधली करने,वोटर लिस्ट में हेरफेर करने,आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने और मतदाताओं को धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाए।
प्रेस वार्ता की शुरुआत में ही अध्यक्ष पद के प्रत्याशी हुकमचंद कांटा ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष मनीष लांबा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मनीषा लांबा ने समाज के मतदाता व्यापारियों को इनकम टैक्स की रेड डालने की धमकी दी साथ ही हुकमचंद कांटा ने कहा कि मनीष लांबा ने मतदाताओं को धमकाते हुए कहा कि आईजी उनके जानकार है वह उन्हें जेल में डलवा देगा। हुकमचंद कांटा ने कहा कि उनके पास सबूत भी मौजूद है।
अध्यक्ष पद के प्रत्याशी हुकमचंद कांटा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि चुनाव के दौरान वोटर लिस्ट का निर्माण एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत किया गया था। जिसमें समाज के लोगों के अलावा अन्य जातियों के लोगों को शामिल किया गया। जिसमें नाबालिग लोगों को शामिल किया गया। मतदान करने के लिए जो वोटिंग डॉक्यूमेंट मांगे गए उनमें से एक दस्तावेज से आठ-दस लोगों के द्वारा बोटिंग की गई।
कांटा ने लाम्बा पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव अयोजन समिति द्वारा मुझे चुनाव से कुछ घंटे पूर्व ही वोटर लिस्ट मुहैया करवाई गयी। जिसका प्रमाणीकरण संचालन समिति द्वारा नहीं किया गया था। प्रेस विज्ञप्ति के जरिए उन्होंने बताया कि मतदाताओं के रिझाने के लिए चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया गया। भाग्यशाली कूपन के जरिये मतदाताओं को विभिन्न उपहार का लालच,प्रलोभन दिया गया।
अध्यक्ष पद प्रत्याशी हुकमचंद के अनुसार लगभग तीन हजार से अधिक मतदाता फर्जी तरीके से बनाए गए जो बीकानेर नगर निगम क्षेत्र के ना होकर बीकानेर के बाहर के लोग थे।कांटा ने आरोप लगाया कि
चुनाव प्रक्रिया के दौरान ही चुनाव संचालन समिति के पदाधिकारी, मुख्यं चुनाव अधिकारी श्री शिवनारायण सोनी मौसूण व श्याम शहरी (कडेल) ने विपक्षी प्रत्याषी मनीष लांबा के समर्थन में चुनाव संचालन समिति से अपना त्याग पत्र दे दिया एवं मनीष लांबा के समर्थन में आ गए जो पूर्णतया चुनाव संहिता का उल्लंघन है।
अध्यक्ष पद के प्रत्याशी कांटा ने चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों से अपील की है कि उनके द्वारा लगाए गए ऐतराज की बिन्दुवार जांच की जाकर समाज के हित में उचित निर्णय लिया जायें। तब तक विपक्षी प्रत्याशी को अध्यक्ष पद की शपथ ग्रहण नहीं करवाई जाएं। कुल मिलाकर मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के चुनाव के बाद भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।