आपणी हथाई न्यूज, चुनावी साल में सरकार ,नेता और पार्टी के सिपहसालार अपनी अपनी तैयारियों में जूट गए है। इस बीच आपसी बयानबाजी की बात हो या विपक्ष का विरोध सब कुछ धीरे धीरे ही सही आमजन के सामने आने लग गया है। बरहाल बीकानेर पश्चिम में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस टिकट की दावेदारी के लिए भी वार-प्रतिवार लगातार हो रहे है। सबसे पहले प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने कहा था कि मैं ही बीकानेर पश्चिम से चुनाव लड़ूंगा,मेरे अलावा कांग्रेस के पास कोई दूसरा उम्मीदवार ही नही है।
कल्ला के इस एक तरफा बयान के बाद उन्ही की पार्टी में सुगबुगाहट शुरू हो गई और बीकानेर के ही युवा कांग्रेस नेता अरुण व्यास ने बीकानेर पश्चिम से अपनी दावेदारी जताई और कल्ला को ये जताया कि दावेदारी तो हमारी भी है। वही दूसरी ओर लगातार बीकानेर के फेरे लगाने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी लोकेश शर्मा ने भी अपने अंदाज में कल्ला को सीट छोड़ने की बात कह ही डाली ,हालांकि यह पूरी तरीके से स्पष्ट नही हुआ पर कुछ हद तक राजनीति करने वालों के ज़रूर समझ आ गया।
शर्मा ने कहा कि बीकानेर पश्चिम से मैं चुनाव लड़ने को तैयार हूं,कल्ला जी हमारा मार्गदर्शन करें। अब शर्मा के इस बयान के बाद फिर से कल्ला ने कहा कि मैं क्या मार्गदर्शन करूँ मैं तो खुद चुनाव लड़ने वाला हूँ और बाकी बीकानेर में इतनी पोल नही है। कल्ला ने सीधे ओएसडी लोकेश शर्मा को राय दी कि पहले सरकारी नौकरी छोड़कर टिकट मांगने का सोचे।
मनोज रतन व्यास