आपणी हथाई न्यूज, राजस्थान की तरह छतीसगढ़ की कांग्रेस सरकार और संगठन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वरिष्ठ कांग्रेस नेता टीएस सिंह देव के बीच खींचतान थी। कांग्रेस आलाकमान ने कल टीएस सिंह देव को छतीसगढ़ का डिप्टी सीएम बनाने का ऐलान कर बघेल और देव खेमे के बीच संतुलन बनाने का प्रयास किया है
अब ठीक छतीसगढ़ का फॉर्मूला ही राजस्थान में कांग्रेस हाईकमान अपना सकता है जिससे अरसे से नाराज चल रहे कांग्रेस नेता सचिन पायलट को चुनाव से ठीक पहले मनाया जा सके।
कांग्रेस आलाकमान राहुल गांधी के मणिपुर दौरे से लौटने के बाद गहलोत-पायलट विवाद पर फाइनल कॉल ले सकता है। पायलट को अनेक प्रस्ताव कांग्रेस आलाकमान देने का विचार कर रहा है। जिस प्रस्ताव को गहलोत और पायलट दोनों गुट मानेंगे,उसे जल्द राजस्थान में लागू किया जाएगा। ज्यादा संभावना है कि पायलट पुनः राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष और डिप्टी सीएम बन जाए और पायलट को चुनाव बाद सरकार रिपीट होने की स्थिति में सीएम बनाने का आश्वासन दिया जाए क्योंकि पायलट दिल्ली जाकर कोई बड़ा पद लेने के लिए कई मर्तबा पहले ही मना कर चुके है। आगामी दो तीन दिन में पायलट की भूमिका कांग्रेस आलाकमान तय कर देगी यह लगभग तय है।
मनोज रतन व्यास