रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच रूस के लिए बड़ी चिंताजनक खबर सामने आई है। रूस में वैगनर ग्रुप ने रूस के ही सेना के खिलाफ बिगुल बजा दिया है। रूस के वैगनेर ग्रुप ने सेना के कमांडर को अपने कब्जे में लेकर उसे बंधक बना लिया और उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया इस घटना के बाद रूस में वैगनर ग्रुप के लड़ाको और सेना के बीच आपसी फूट सामने आई है जिससे रूस कमजोर हो सकता है।
इस पूरी घटना के बाद रूस के
राष्ट्रपति पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन देते हुए कहा कि वैगनर ने बुरे वक्त में रूस के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने कहा कि रूस अपने भविष्य के लिए पूरी ताकत से लड़ रहा है। हमारा जवाब और कठोर होगा।
वैगनर ग्रुप की बगावत और कई शहरों में सैन्य ठिकानों पर कब्जे की खबरों के बीच रूसी राष्ट्रपति राष्ट्रपति पुतिन ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि वैगनर ने बुरे वक्त में रूस के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने कहा कि रूस अपने भविष्य के लिए पूरी ताकत से लड़ रहा है। हमारा जवाब और कठोर होगा।
वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने एलान किया है कि उसकी सेना ने रोस्तोव में रूस में सैन्य ठिकानों और एक एयरोड्रोम पर कब्जा कर लिया है। इस बीच रूस ने भी पूरे देश में सुरक्षा बढ़ा दी है और वैगनर ग्रुप के लड़ाकों को प्रस्ताव दिया है कि जो भी सैनिकों के खिलाफ नहीं लड़ेगा, उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
जानिए क्या है वैगनर ग्रुप
वैगनर ग्रुप रूस की प्राइवेट आर्मी हैं।वैगनर ग्रुप को आधिकारिक तौर पर पीएमसी वैगनर कहा जाता है।इस संगठन पर देश का कोई भी कानून लागू नहीं होता है।वैगनर ग्रुप की पहचान पहली बार साल 2014 में हुई थी।2014 में पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष के दौरान की गई थी। उस समय यह एक सीक्रेट संगठन था जो ज्यादातर अफ्रीका और मध्य पूर्व में काम कर रहा था।इस समूह में रूस की विशिष्ट रेजीमेंट्स और विशेष बलों के करीब 5,000 लड़ाके हैं जिसकी संख्या 50000 तक भी हो सकती है।