आपणी हथाई न्यूज,पुष्करणा भवन में चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में कथा के तीसरे की शुरूआत गुलाब जल और सुंगधित द्रव्य से भगवान शिव के रूद्राभिषेक से हुई जिसे पण्डित रामलाल व्यास और पण्डित अशोक कुमार बिस्सा द्वारा विधितव रूप से करवाया गया।
कथावाचक पं अरूण कृष्ण व्यास ने कपिलोख्यान तथा ध्रुव और सती अनुसूईया के चरित्र के बारे में बताया और कथा के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागतव कथा से ही जीव का कल्याण सम्भव है। जहां भागवत कथा होती है वहां भगवान स्वंय चले आते हैं। श्रीमद् भावगत कथा में भगवान श्री कृष्ण ने विश्व कल्याण के लिये जो संदेश दिया उसकी आज समाज को जरूरत है। कथा के दौरान सजी सजीव झांकियो में तनिष्क व्यास ने ध्रुव, समृद्धि आचार्य ने काली माता, निखिल व्यास ने जडभरत, रिया जोशी ने भील सरदार, कीर्ति बिस्सा ने भगवान श्री विष्णु का मनमोहक रूप धरा।
कथा से जुड़े बृजनारायण बिस्सा ने बताया कि भागवत कथा सुनने वालों में शिक्षा मंत्री डॉ बुलाकी दास कल्ला, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति विनोद सिंह, रजिस्ट्रार अरूण प्रकाश शर्मा, अखिल भारतीय पुष्टिकर सेवा परिषद के अध्यक्ष रूपा महाराज उपस्थित रहे।