आपणी हथाई न्यूज,बीकानेर थियेटर यूनिट के तत्वावधान मे गांधी पार्क मे बीकानेर के रंगकर्मियों की एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमे ऐतिहासिक टाउन हॉल व रवीन्द्र रंगमंच की बदहाली व अव्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
वरिष्ठ रंगकर्मी रमेश शर्मा व दिलिप सिंह भाटी के दायित्व में आयोजित इस बैठक में टाउन हॉल की बदहाली को लेकर के विस्तार से बिन्दुवार चर्चा हुई जिसमे बताया गया की” बीकानेर की ऐतिहासिक धरोहरों मे शामिल” टाउन हॉल” का निर्माण बीकानेर की सांस्कृतिक परंपरा में शामिल”, लोकनाटक, संगीत, नृत्य एवं अन्य प्रदर्शनकारी कलाओं के प्रस्तुतिकरण केन्द्र के रूप में इसकी स्थापना की गई।
इसी स्थान पर वर्षो से बीकानेर की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां निरंतर रूप से जारी है । उत्तर भारत की ” छोटी काशी” कहे जाने वाला बीकानेर साहित्य, सस्कृति व नाट्य कलाओं मे पूरे भारत वर्ष मे अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है व नाट्य कला के क्षेत्र मे बीकानेर को ‘रंगमंच की राजधानी ” कहा जाने लगा । यहां की विभिन्न सांस्कृतिक दल व नाट्य संस्थाए निरन्तर रूप से अपनी कलाओं प्रदर्शन पर नियमित रूप करता आ रहा है।
किसी भी प्रस्तुति को बेहतरीन रूप से प्रस्तुत करने के लिए आधुनिक संसाधनों की आवश्यकताए रहती है लेकिन लम्बे समय से टाउन हॉल व रविन्द्र रंगमंच मे तकनीकी व मूलभूत आवश्यक सुविधाएँ बीकानेर रंगकर्मीयों व अन्य कलाकारो को इन स्थानो पर नही मिल रही है ! बीकानेर के ऐतिहासिक हॉल की स्थिति वाकई दयनीय है तथा साथ ही रवीन्द्र रंगमच मे तकनीकी रूप से आवश्यक लाईट, साऊण्ड, मुख्य मंच व अन्य सुविधाए मुहैया नही हो रही है जिसके चलते नाटक अन्य कलाओं के प्रदर्शन मे असुविधा होती है। इन समस्त असुविधाओं के शीघ्र निस्तारण करवाने हेतु बार-बार लिखित दस्तावेज के रूप – बीकानेर के संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर व यु.आई.टी सचिव ,बीकानेर को भी अवगत करवाया गया, लेकिन अभी तक इन विभागों की तरफ किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही की गई है।
इस बैठक में उपस्थित समस्त रंगकर्मियों ने निर्णय लिया पुनः एक बार फिर से उक्त विभागों के प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर इन समस्याओं के निवारण हेतु बातचीत की जाएगी। बैठक में रोहित बोड़ा, भरत राजपुरोहित, मीनू गौड़, सुरेश आचार्य, प्रहलाद सिंह, गीतिका वालिया, शशांक रामानन्द, रजनी सारस्वत, जयदीप उपाध्याय, पृथ्वी सिंह, अनिल बांधडा, पृथ्वी सिंह राठौड़ पंकज व्यास आदि मौजूद रहे।