आपणी हथाई न्यूज़,जोधपुर जिले के ओसिया गांव में स्थित विश्व प्रसिद्ध सच्चियाय माता मंदिर में हर वर्ष आसोज माह के नवरात्र में मेला भरता है जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु देश विदेश से दर्शन करने पहुंचते हैं। बीकानेर के सोमाणी रंगा समाज के लोग भी सदियों से सच्चियाय माता मंदिर जाते हैं।सोमाणी रंगा समाज की कुल देवी सच्चियाय माता के मंदिर में हर वर्ष समाज के लोग पैदल व अलग-अलग वाहनों के जरिए पहुंचते हैं और सच्चियाय माता मंदिर में पारंपरिक तरीके से माता का पूजन करते है। जोधपुर के ओसिया गांव में बीकानेर के सोमाणी रंगा समाज के मौजीराम जी परिवार द्वारा एकम के दिन रातीजोगा किया जाता है वही दूज के दिन कड़ाही का प्रसाद भी बनाया जाता है।
बीकानेर के डागा चौक और तेलीवाड़ा क्षेत्र से लगभग 100 पदयात्रा बीकानेर से 200 किलोमीटर दूर सच्चियाय माता दरबार पैदल जाते हैं। सोमाणी रंगा समाज द्वारा ओसियां में बीकानेर धर्मशाला का निर्माण भी किया गया है।बीकानेर के पंडित लालचंद जी रंगा परिवार भी वर्षों से पूरे परिवार के साथ हाजिरी लगा रहा है। परिवार के श्याम लाल रंगा एवं किशोर रंगा ने बताया की पहले उनका परिवार सार्वजनिक बस में आता था उस वक्त परिस्थितियों बहुत विकट थी संसाधन सीमित थे उस वक्त भी हमारे परिवार द्वारा माता के दरबार में हाजिरी लगाई जाती थी और अब बीते 23 साल से उनका परिवार निजी बसें लेकर हर वर्ष ओसिया आता है। पंडित अशोक कुमार रंगा ने बताया कि सोमाणी रंगा समाज सदियों से सच्चियाय माता मंदिर आ रहा है और ओसियां में जब बीकानेर से समाज के लोग पहुंचते हैं तो ओसियां गांव बीकानेरी संस्कृति में रंग जाता है।