आपणी हथाई न्यूज़,प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पूरी कमर कस कर तैयारी कर रही है। राजस्थान में इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक कुल 11 जनसभाएं कर भाजपा का पूरा माहौल बनाने का प्रयास किया है। जहां एक और कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लोक कल्याणकारी योजनाओं को आधार बनाकर जनता के बीच सरकार रिपीट करने की कोशिश कर रहे हैं वहीं दूसरी और भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कमल के चेहरे पर जनता के बीच जा रहे हैं और राजस्थान के सरकार बदलने के रिवाज को दोहराने की कोशिश कर रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल चित्तौड़ में हुई सभा के दौरान स्पष्ट तौर पर कमल के निशान को चेहरा बातकर भाजपा के भीतर भाजपा नेताओं में चल रही प्रतिस्पर्धा को एक तरीके से खत्म कर दिया। चित्तौड़ से पहले जयपुर में भी हुई जनसभा के दौरान भी प्रधानमंत्री ने कमल के निशान पर वोट करने की बात कही थी लेकिन कल चित्तौड़ में हुई जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि भाजपा विधानसभा चुनाव में कमल के निशान को चेहरा बनाकर उतरेगी और कमल का निशान ही उम्मीदवार होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान के अलावा जयपुर के होटल ललित में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में हुई हुई मैराथन मीटिंग में भी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कही गई थी। इस बात से स्पष्ट है कि राजस्थान में इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा वसुंधरा राजे या अन्य किसी नेता के चेहरे पर चुनाव में नहीं उतरेगी।