आपणी हथाई न्यूज, राजस्थान की सियासत में इन दिनों काफी गर्माहट देखी जा सकती है । गर्माहट हो भी क्यों न आखिर चुनाव जो होने है। प्रदेश की बीजेपी ने अपने 41 उम्मीदवारों की सूची जारी कर प्रत्याशियो को मैदान में उतार दिया है वही दो महीने पहले प्रत्याशियों की लिस्ट का दावा करने वाली कांग्रेस अभी तक इस मामलें में कुछ नही कर पाई है। इस बीच कांग्रेस की कहे या अशोक गहलोत की पर जो भी है पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की एक मुलाकात ने और अधिक उलझन में डाल दिया है।
कल दिल्ली स्थित केसी वेणुगोपाल के आवास पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने वेणुगोपाल से मुलाकात की। कांग्रेस नेताओं के बीच टिकट बंटवारे को लेकर मंथन भी हुआ है। इस मुलाकात के बाद राजनीतिक विश्लेषको का मानना है कि पायलट ने अपने समर्थक विधायकों की लिस्ट भी सौंपी है।
बताया जा रहा है कि इस बार की अब तक फाइनल हुई लिस्ट में कांग्रेस उसी पुराने कल्चर के साथ टिकट वितरण करने की तैयारी में है। वही सचिन पायलट की मुलाकात के बाद ये भी हो सकता है कि बड़ी संख्या में मौजूदा विधायक और मंत्रियों के टिकट कट जाए।
राजनीति के जानकारों का मानना है कि पायलट ने कांग्रेस आलाकमान को उदयपुर के घोषणा पत्र की याद दिलाई है जिसमें महिलाओं और युवाओं को टिकट देने की बात की गई थी।बताया जा रहा है कि जो तैयारी कांग्रेस ने टिकटों को लेकर की है उसमें अब तक युवा न होकर उम्रदराज उम्मीदवार है। पायलट चाहते है कि ज्यादा से ज्यादा टिकट युवाओं को मिले।
बरहाल इस हफ्ते तक कांग्रेस भी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है। बस राजस्थान की राजनीति मे देखने वाली बात यह होगी कि क्या पायलट अपनी बात को सही तरीके से आलाकमान तक पहुंचा पाएंगे या फिर एक बार प्रदेश के मुखिया गहलोत का जादू आलाकमान के सिर चढ़कर बोलेगा। फिलहाल तो बीजेपी की फर्जी लिस्ट जारी होने के बाद कांग्रेस की फर्जी सूची जारी होने से खबरों के बाजार में तेजी आती दिख रही है।