आपणी हथाई न्यूज,दीपावली से पहले मूक बधीर बच्चों को दीपावली का एहसास करवाया हल्दीराम एजुकेशनल सोसाइटी ने मंगलवार को जब उन्होंने बच्चों को ड्रेस का वितरण किया साथ ही उनके द्वारा बनाए गए दीपावली के सामग्री को खरीदा भी ,दिपावली के त्योहार पर हल्दीराम एज्यूकेशनल सोसायटी नई दिल्ली,बीकानेर द्वारा मुक-बधिर विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को ड्रेस वितरण, पेट शर्ट का वितरण किया गया lसोसायटी प्रतिनिधी रमेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि यह बहुत खुशी का अवसर थी कि जो बच्चे बोल नहीं सकते सुन नहीं सकते उनको ड्रेस वितरण करके बहुत खुशी की अनुभुती हुई। इस अवसर पर शाला प्राचार्य श्री अरविन्द बिट्ठू व सोसायटी प्रतिनिधी रमेश कुमार अग्रवाल के हाथों ड्रेस वितरण किया गया। इस अवसर पर पीयूष विग (व्याख्याता) मदनसिह व्याख्याता मुकेशआढ़ा (वरिष्ठ व्याख्याता) शाला प्राचार्य ने बताया कि सोसायटी द्वारा छात्रावास में रह रहे 50 छात्रो पेंट शर्ट उपलब्ध करवाए गए। मूक बधिर बच्चों द्वारा दीपावली पर्व पर बनाए गए मिट्टी के दीपक ,करवे और अन्य सामग्री जो सजावट के काम आ सके अपने हाथों से बने उन सभी का अवलोकन कर उनको खरीद कर उनका उत्साह वर्धन भी किया बच्चों द्वारा बनाए गए विशेष सामग्री में दीपावली के पूजन का सामान भी शामिल था जिस समय प्रदर्शनी का अवलोकन किया जा रहा था बच्चों के चेहरे पर जबरदस्त जोश और चमक दिखाई दे रही थी हालांकि यह बच्चे ना बोल सकते हैं ना सुन सकते हैं लेकिन उनके चेहरे पर जो खुशी के भाव थे वह शब्दों से परे थे उनको लग रहा था कि कई दिनों की मेहनत के लिए कोई हौसला बढ़ाने व देखने के लिए आया है।
इस अवसर पर हल्दीराम एजुकेशनल सोसाइटी के प्रतिनिधि रमेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि इन विशेष बच्चों को दीपावली पर्व से खुशी मिली है वह हमारे को भी प्रेरणा दे रही है कि ऐसे अवसरों पर इनके साथ समय बिताकर उनकी भावनाओं को समझना चाहिए l अग्रवाल ने बताया कि समिति द्वारा सामाजिक सरोकारों के कार्य समय पर किए जाते रहे हैं साथ इससे पहले चार राजकीय स्कूलों को गोद लेकर उनमें महारानी स्कूल में बास्केटबॉल कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट स्मार्ट बोर्ड सहित व अन्य तीन स्कूलों में भवन के रखरखाव का कार्य भी किया जा चुका है lजिसके सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं भविष्य में भी बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास समिति द्वारा किए जाएंगे इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थे l