आपणी हथाई न्यूज़,जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे बीकानेर में राजनीतिक चर्चाओं का दौर तेज हो रहा है। बीकानेर शहर का पाटा हो या चौकी या फिर पान की दुकान हो या चाय की थड़ी हर जगह राजनैतिक चर्चाएं ही चल रही है। शहर की राजनीतिक चर्चाओं का मुख्य विषय फिलहाल प्रत्याशियों की काम करने की शैली को लेकर चल रहा है। शहर में चल रही राजनैतिक चर्चाओं को अलग अंदाज में आप तक पहुंचाने के लिए आज से शुरू हो रहा है हमारा नया आलेख “खुणा राजनीति” आप हमारे इस आलेख को पढ़िए और शहर में हो रही राजनैतिक चर्चाओं के आनंद लीजिए।cont…
अबकी केरो पलडो भारी है…बीकानेर में इन दिनों हर व्यक्ति की बात की शुरुआत चुनाव से ही होती है। चर्चा की शुरुआत अबकी केरो पलडो भारी है… से शुरू होती है और फिर सामने वाला ज्योतिषी है तो ज्योतिष की गणना से और अगर पत्रकार है तो आमजन की राय और दुकानदार है तो माहौल के हिसाब से यह जानने की कोशिश की जा रही है कि अबकी केरो पलडो भारी है हालांकि बीजेपी हो या कांग्रेस या अन्य किसी प्रत्याशी का समर्थक वो जो पूछना चाह रहा है उसे अभी तक सही जवाब की तलाश है बस इसी सवाल के जवाब में वो ऐसा कोई मौका नही छोड़ता जिसमें उसको सही जवाब वाला आंकलन मिल जाये... cont….
दोनु रा क्या भाव चाले है…बीकानेर में इन दोनों सट्टा बाजार की चर्चा जोरों पर है। सट्टा बाजार पर नजदीक से नजर रखने वाले लोगों का मानना है कि इस बार सट्टा बाजार अप्रत्याशित तरीके से रुझान दे रहा है जिसके चलते लोगों में एक ही सवाल कौंध रहा है दोनु रा क्या भाव चाले है… cont…
फेर आ गयो बीडी कल्लो…शहर में चल रही चर्चाओं में यह चर्चा काफी जोरों पर है कि इस बार शहर में बीडी कल्ला के समर्थक ज्यादा दिखाई नहीं दे रहे। चर्चा करने वाले लोगों का मानना है कि यह पहला मौका है जब शहर में बीडी कल्ला के समर्थकों का हुजूम दिखाई नहीं दे रहा। लोगों का कहना है इस बार टिकट मिला उसे दिन के अलावा अब तक फेर आ गयो बीडी कल्लो… का नारा ज्यादा सुनाई नहीं दे रहा। इसकी वजह जल्दी टिकट वितरण भी माना जा रहा है।cont…
शहर में दाबा चिठा चाल रिया हैं...शहर में चल रही चर्चाओं का एक विषय यह भी है कि दोनों ही प्रत्याशी इस वक्त चुनाव से पहले समर्थकों की मान मनुहार में लगे हैं। लोगों का कहना है कि अनुभवी नेता जी को मान मनुहार का भी लंबा अनुभव है और इस कला के चलते ही इन दिनों अनुभवी नेताजी मान मनुहार में लगे हुए हैं वही कम अनुभव वाले नेताजी भी लोगों की मान मनुहार में लगे हैं। वही कई शहर के बड़े घरों में रात दिन वोटों के लिए सेंधमारी, सोशल मीडिया पर वॉच और बाकी के साम दाम नेताजी द्वारा अपनाये जा रहें है इसी को लेकर पाटे पर बैठे लोग कह रहे है शहर में दाबा चिठा चाल रिया हैं…समाप्त