आपणी हथाई न्यूज़, राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने के साथ ही भाजपा ने मुख्यमंत्री के रूप में भजनलाल शर्मा के नाम पर मोहर लगाई वहीं उपमुख्यमंत्री के तौर पर दिया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के नाम पर मोहर लगने के साथ ही अब मंत्रिमंडल मे किन विधायकों को जगह मिलेगी इसको लेकर बैठकों का दौर लगातार जारी है कल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दिल्ली स्थित भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर हुई बैठक में शामिल हुए और बताया जा रहा है कि जेपी नड्डा के आवास पर हुई इस बैठक में मंत्रिमंडल को लेकर चर्चा हुई इस चर्चा में मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले विधायकों के नाम पर मोहर भी लग चुकी है अब कभी भी राजस्थान में नए मंत्रिमंडल का ऐलान किया जा सकता है। सूत्रों की माने तो आने वाले दो दिनों के भीतर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने मंत्रिमंडल की घोषणा कर सकते हैं।
राजस्थान मंत्रिमंडल में बीकानेर जिले के विधायकों को भी पूरा प्रतिनिधित्व मिलने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। बीकानेर जिले से पहली बार भाजपा को बंपर सीटे मिली है। बीकानेर में भाजपा ने लगभग क्लीन स्वीप करते हुए सात में से 6 सीटे जीती है। अगर जातीय समीकरण की बात करें तो बीकानेर जिले में भाजपा के दो ब्राह्मण, दो राजपूत, एक जाट और एक एससी समुदाय से भाजपा विधायक चुनकर आए हैं ऐसे में यह देखना होगा कि बीकानेर जिले से कितने विधायकों को मंत्रिमंडल में मौका मिल सकता है। जानकार सूत्रों की माने तो बीकानेर से दो या तीन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
आपको बता दें मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमंडल में अधिकतम 30 लोगों को जगह मिल सकती है। मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम के नाम का ऐलान होने के साथ ही अब महज 27 सीट पर ही मंत्रिमंडल का चुनाव हो सकता है इस लिहाजा से देखा जाए तो राजस्थान में अधिकतम 27 विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। जातीय समीकरण की बात करें तो राजस्थान में भाजपा के 12 ब्राह्मण विधायक चुने गए वहीं 12 जाट विधायक चुने गए हैं 17 राजपूत समाज से तो वही एससी समुदाय से सर्वाधिक 23 विधायक चुनकर आए हैं वही एसटी से 16 व वैश्य समाज से आठ विधायक चुनकर आए हैं। इसी तरह पटेल,गुर्जर,बिश्नोई, यादव, धाकड़ सहित अन्य समाज से भी विधायक चुनकर आए हैं। इन सब के अलावा भाजपा से नौ महिलाए भी विधायक चुनकर आई है।
जातीय और जेंडर समीकरण को देखा जाए तो बीकानेर से एक महिला विधायक और पांच पुरुष विधायक सुनकर आए हैं। एक जाट, एक एससी, दो राजपूत और दो ब्राह्मण विधायक चुनकर आए हैं इसमें सर्वाधिक चौथी बार विधायक चुनकर सिद्धि कुमारी आई है जो कि राजपूत समाज से है साथ ही साथ महिला भी है साथ ही राजपूत समाज से हैं इस लिहाज से देखा जाए तो सिद्धि कुमारी को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। हालांकि दिया कुमारी भी महिला है साथ ही राजपूत है उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया है तो इसके चलते सिद्धि कुमारी का नाम कमजोर भी पड़ सकता है लेकिन फिलहाल सूत्रों की माने तो सिद्धि कुमारी का नाम लगभगते हैं वही पहली बार विधायक चुनकर सामने आए जेठानंद व्यास भी दौड़ में आगे हैं। जेठानंद व्यास पुष्करणा ब्राह्मण समाज से आते हैं इसके अलावा जेठानंद व्यास ने कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉक्टर बीडी कल्ला को हराकर एक बड़ा संदेश दिया है इसके अलावा जेठानंद व्यास संघ की भी पसंद माने जाते हैं। जेठानंद व्यास के सामने चुनौती डूंगरगढ़ विधानसभा सीट से आने वाले ताराचंद सारस्वत से मिल सकती है जो की ब्राह्मण समुदाय से आते हैं और संघ और संगठन की पसंद भी माने जाते हैं। सूत्रों की माने तो इस रेस में जेठानंद व्यास ताराचंद सारस्वत से आगे चल रहे हैं। खाजूवाला से विधायक विश्वनाथ मेघवाल भी मंत्रिमंडल की दौड़ में शामिल है हालांकि एससी समुदाय से आने वाले मेघवाल के सामने चुनौती यह है कि एससी समुदाय से 23 विधायक चुनकर आए हैं जिसमें कहीं दिग्गज नेता भी शामिल है वही एससी समुदाय से प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम भी बनाया गया है इसके चलते उनके नाम पर संशय बना हुआ है। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए चेहरों में सुमित गोदारा का नाम भी सुर्खियों में है जाट समुदाय से आने वाले गोदारा लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं साथ ही बीकानेर जिले से एकमात्र जाट विधायक होने के नाते उन्हें भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। बीकानेर जिले की कोलायत विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनकर आए सबसे युवा भाजपा विधायक अंशुमान सिंह का नाम भी काफी सुर्खियों में है। भाजपा की सबसे युवा विधायक होने के साथ-साथ अंशुमान सिंह दिग्गज बीजेपी नेता देवी सिंह भाटी के पौत्र हैं। सूत्रों की माने तो अंशुमान सिंह का नाम मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम होगा।
पिछली सरकार में बीकानेर जिले से तीन विधायक मंत्रिमंडल में शामिल रहे हैं। सूत्रों की माने तो भाजपा नेतृत्व भी बीकानेर जिले से कम से कम तीन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह दे सकता हैं। बीकानेर जिले से 6 विधायक चुनकर आए हैं इनमें से किन्हीं तीन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। अगर प्रत्येक लोकसभा से एक मंत्री चुना जाता है तो फिर बीकानेर लोकसभा सीट से सुमित गोदारा जेठानंद व्यास और अंशुमान सिंह में से किसी एक का नाम आ सकता है।
बलदेव रंगा