आपणी हथाई न्यूज़,प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में 25 दिन पहले भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने और राजस्थान में मुख्यमंत्री और दो उप-मुख्यमंत्री के नामों के एलान को 15 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक मंत्रिमंडल का एलान नहीं होना प्रदेश में विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के विधायकों को भी व्याकुल किए हुआ है। मोदी की गारंटी वाले युग में प्रदेश में कई जिम्मेदारों ने बुधवार को मंत्रिमंडल के विस्तार की गारंटी भी ली थी, परंतु बुधवार को भी कोई हलचल नहीं हुई।
प्रदेश में नए मंत्रिमंडल के गठन को लेकर रोजाना एक नई तारीख आती है और दिन खत्म होते-होते एक और नई तारीख सामने आ जाती है। सूत्रों की माने तो राज भवन नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण को लेकर 24 तारीख से ही तैयार है बावजूद इसके अब तक शपथ ग्रहण समारोह की तारीख से नहीं हो पा रही। जानकार सूत्रों की माने तो आज भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कोई संभावना नजर नहीं आ रही लेकिन यह तय माना जा रहा है कि 31 दिसंबर से पहले पहले मंत्रिमंडल विस्तार हो जाएगा।
अब बड़ा सवाल यह है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के नाम के ऐलान को लगभग 15 दिन हो गए और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिल्ली जाकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर ली है और यह माना जा रहा है कि शीर्ष नेतृत्व से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हरी झंडी मिल गई है बावजूद इसके मंत्रिमंडल गठन को लेकर पेच कहां फंसा है। बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा किए गए वीटो के चलते मंत्रिमंडल गठन में देरी हो रही है साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए क्षेत्रीय एवं जातीय समीकरण को संतुलित बनाए रखने के चलते कई बार सूची में फिर बदल भी हुआ है जिसके चलते समय लग रहा है अब बताया जा रहा है कि लगभग 25 कैबिनेट एवं राज्य मंत्री के नाम पर मोहर लग चुकी है।
माना जा रहा है कि दिसंबर 2023 के भीतर मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया जाएगा इन सबके बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इन दिनों अकेले ही एक्टिव मोड मैनेजर आ रहे हैं और फील्ड में जाकर व्यवस्थाओं पर नजर भी रख रहे हैं अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को नई टीम कब तक मिल पाती है।