आपणी हथाई न्यूज, राजस्थान में कांग्रेस की सत्ता जाने के बाद ऐसी खबरें चल रही है कि कांग्रेस आलाकमान राजस्थान की कांग्रेस इकाई में बड़ा फेरबदल करेगी। कल यूथ कांग्रेस में बड़ा बदलाव हो भी गया। कांग्रेस मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ में भी चुनाव हारी है, वहां भी कांग्रेस हाईकमान बड़े बदलाव कल कर चुका है।
कांग्रेस से जुड़े सूत्र बता रहे है कि अशोक गहलोत हमेशा की तरह प्रतिपक्ष के नेता नही बनेंगे। गहलोत के पीसीसी चीफ बनने की संभावना भी बहुत कम है। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि गहलोत के लिए पार्टी हाईकमान ने क्या प्लान किया है। सूत्रों की माने तो गहलोत आगामी लोकसभा चुनाव में जोधपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते है। गहलोत जोधपुर से 5 बार सांसद भी रह चुके है। गहलोत अगर जोधपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ते है तो उनका सामना केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से होगा। शेखावत गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को जोधपुर से ही 2019 के लोकसभा चुनाव में हरा चुके है। इसके अलावा कांग्रेस हाईकमान गहलोत को दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का बड़ा उत्तरदायित्व दे सकती है। गांधी परिवार अब निकट भविष्य में गहलोत और पायलट के बीच और खींचतान नही चाहता है, इसलिए पायलट को राजस्थान की स्टेट पॉलिटिक्स पर फोकस करने के लिए कहा जाएगा और गहलोत को देशव्यापी कांग्रेस का काम देखने को कहा जाएगा। असली राजनीतिक तस्वीर तो राजस्थान में पीसीसी चीफ और प्रतिपक्ष नेता के नाम की घोषणा के बाद ही साफ हो पाएगी।
मनोज रतन व्यास