आपणी हथाई न्यूज़,बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार के एक बार फिर पाला बदलने की खबरों के बीच बीते तीन दिनों से बिहार में राजनीतिक महौल गरमाया हुआ है। बिहार की राजनीति में फिलहाल सस्पेंस का दौर जारी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार की राजनीति में एक बार फिर कुछ बड़ा होने जा रहा है यह कयास लगाया जा रहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मार कर एनडीए में शामिल हो सकते हैं। बिहार में अगर ऐसा होता है तो नीतीश कुमार जदयू-राजद गठबंधन तोड़कर एक बार फिर भाजपा के साथ बिहार में सरकार बना सकते हैं।
इन सब अटकलें के बीच जदयू राजद और बीजेपी में हलचल तेज दिखाई दे रही है सभी पार्टियों अपने-अपने विधायक दल के साथ बैठक कर रही है। आज बिहार में भारतीय जनता पार्टी अपने विधायकों एवं पदाधिकारी के साथ अहम बैठक कर रही। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं बिहार के प्रभारी विनोद तावड़े इस बैठक में हिस्सा लेंगे। बिहार में होने वाली भाजपा की इस बैठक पर सबकी नज़रें बनी हुई है वहीं दूसरी ओर जेडीयू और राजद के विधायकों एवं नेताओं के हर बयान और बैठकों पर भी राजनीतिक विश्लेषकों की नजर बनी हुई है।
बिहार में चल रहे सियासी घमासान के बीच यह अटकल लगाई जा रही है कि बिहार में एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पलटी मार सकते हैं और बीजेपी के साथ बिहार में नई सरकार बना सकते हैं। बिहार में चल रही राजनीतिक उठापटक पर नजर रखने वाले लोगों का मानना है कि जेडीयू और राजद का गठबंधन अब कभी भी खत्म हो सकता है और जदयू व भाजपा मिलकर बिहार में एक बार फिर सरकार बना सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषण को का मानना है कि अगर ऐसा होता है तो केंद्र की सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता का मोर्चा पूरी तरीके से टूट सकता है। नीतीश के भाजपा के साथ सरकार बनने से न केवल इसका असर बिहार की राजनीति पर होगा बल्कि इस राजनीतिक गठजोड़ के साथ ही नीतीश के प्रयासों से बना विपक्षी एकता का इंडिया गठबंधन भी संकट में आ जाएगा।