आपणी हथाई न्यूज, राजस्थानी भाषा की मान्यता ओर भाषाई महत्व को दर्शाने के लिए राजस्थानी मोटयार परिसद के पदाधिकारियों द्वारा बीकानेर संभाग के गांवों में इक्कीस दिनों तक नंगे पांवों से भ्रमण कर राजस्थानी भाषा की जागरूकता व केंद्र सरकार से राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग हेतु कार्यक्रम चलाया जाएगा जो कि 12 बजे गोकुल सर्किल बीकानेर से रवाना होगी।जागरूकता कार्यक्रम के प्रमुख कर्णधार सुदेश राजस्थानी ने बताया कि हजारों वर्षों प्राचीन मातृभाषा राजस्थानी को अपना हक दिलवाने के लिए जागरूकता यात्रा की जाएगी इसका उद्देश्य भाषा के मान को बढ़ाना तथा आमजन को इससे होने वाले फायदे के बारे में बताना है।यात्रा में इकीस दिनों साथ चलने वालों में प्रशांत जैन,मदन दासोड़ी,राजू नाथ भी रहेंगे।
मोट्यार परिसद के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ गौरी शंकर प्रजापत ने बताया कि संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल बाइस भाषाओं से भी अग्रणी स्थान रखती है राजस्थानी भाषा ।वर्षों पुरानी की मांग को मोट्यार ही हक दिलवा सकते है भाषा युवाओं के अस्तित्व से जुड़ा मामला है। डॉ हरिराम बिश्नोई ने बताया कि एक ही संविधान में भाषा के प्रति दोहरा रवैया राजनेताओं की उदासीनता को दर्शाता है अभी हाल ही हुवे विधानसभा चुनाव में विधायकों को राजस्थानी भाषा मे सपथ लेने से रोका गया जबकि छतीसगढ़ में छतीसगढ़ी भाषा में सपथ ली गई थी।डॉ नमामि शंकर आचार्य ने बताया कि एक तरफ तो केंद्र सरकार प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में देनी की पक्षधर है वहीं राजस्थान में इसमें दोहरा रवैया निभाना सरकार की हठधर्मिता को दर्शाता है।कल की जागरूकता यात्रा के सम्बंध में अपने अपने विचार रखे तथा इस आयोजन को भव्य बनाने हेतु जगह जगह जनसंपर्क किया। आज इस कार्यक्रम का पोस्टर विमोचन किया गया जिसमे करणी उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य शक्तिप्रश्न जी बीठू व गट्टानी विद्यालय नोखा के प्राचार्य प्रेमदान जी के साथ मोट्यार परिषद की टीम ने किया। इस यात्रा के सहयोगी के रूप में राजस्थानी मोट्यार परिसद बीकानेर के साथी रामावतार शर्मा, राजेश चौधरी, अधिवक्ता हिमांशु टाक,कमल किशोर मारू, अधिवक्ता राजेश बिश्नोई,सुमन शेखावत आदि शामिल होंगे।