आपणी हथाई न्यूज,प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना अब निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार के लिए वरदान बनने जा रही है। लगभग एक करोड़ से अधिक मकानों पर सोलर लगाने की यह योजना करोड़ों लोगों को बिजली बिल से छुटकारा दिलाएगी। कोठारी अस्पताल के पास स्थित बुल पावर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर शरद दत्ता आचार्य ने बताया कि कुछ समय पहले तक घर पर सोलर प्लांट लगवाना काफी महंगा होता था और मध्यम वर्गीय परिवार के लिए बेहद मुश्किल होता था।
डायरेक्टर शरद आचार्य ने बताया कि अब प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना को प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना में तब्दील कर दिया गया है। नाम तब्दील के साथ ही निम्न व मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए बेहतरीन फायदे भी इस योजना में समाहित किए गए हैं। आचार्य ने बताया कि इस योजना के तहत सरकार आर्थिक रूप के कमजोर लोगों के 1 से 2 किलोवाट का सोलर लगाने के लिए 30,000 प्रति किलोवॉट की सब्सिडी देगी जिससे उनका बिजली का बिल शून्य होगा।
सोलर एसोसिएशन व टॉप वेंडर्स की एक महत्वपूर्ण मीटिंग एमएनआरई (मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी) द्वारा दिल्ली के अटल अक्षय ऊर्जा भवन में आयोजित की गई। मीटिंग में पीएम सूर्य घर योजना के बारे में नई जानकारियां उपलब्ध करवाई गई। मीटिंग को सम्बोधित करते हुए एमएनआरई के सचिव भूपिंदर एस भल्ला ने बताया कि यह एक उपभोक्ता-केंद्रित योजना है और योजना को प्रभावी ढंग से निष्पादित करने के लिए विक्रेताओं की भूमिका पर जोर दिया गया है। मीटिंग में जॉइंट सेकेट्री दिनेश दयानंद व सोलर संगठन के अध्यक्ष अरविन्द सिंधावा ने योजना के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से व्यापक चर्चा की। इस दौरान कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गई जिसमें सबसे प्रमुख जानकारी यह मिली कि किसी भी आयवर्ग का व्यक्ति अथवा पारिवारिक आय जो भी हो सभी को इस योजना में शामिल किया जा सकता है। एक खास जानकारी यह रही कि 10 किलोवाट तक सोलर रुफ टॉप लगवाने पर टैक्निकल फिजिकल रिपोर्ट लेने की आवश्यकता नहीं है, यानि किसी एनओसी की जरुरत नहीं।
इसके साथ ही लोड एक्सटेंशन सहित कोई भी कागजी कार्यवाही की जरुरत नहीं है, सब कुछ पीएम सूर्य घर योजना पोर्टल पर ऑनलाइन अपलोड किया जा सकता है अर्थात किसी भी कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रशासन ने पूरी तरह कमर कस ली है और शीघ्र ही करोड़ों घरों पर सोलर होगा। गौरतलब है कि उक्त मीटिंग में पूरे भारत से टॉप वेंडर्स को आमंत्रित किया गया था जिसमें बुल पॉवर एनर्जी प्रा.लि. के डायरेक्टर शरद आचार्य भी उपलब्धि रहे। डायरेक्टर शरद आचार्य ने एमएनआरई के सचिव भूपिंदर एस भल्ला को एक पत्र सौंपा जिसमें बीकानेर के उपभोक्ताओं के लिए बेहतरीन सुविधाओं, अन्य समस्याओं तथा सुझावों का उल्लेख किया गया।
यह है सब्सिडी की गणित
बुल पावर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर शरद दत्ता आचार्य ने बताया कि नई योजना के तहत अब सब्सिडी बढ़ा दी गई है यानि पहले एक किलो वाट पर 18 हजार रुपए सब्सिडी थी जिसे अब 30 हजार रुपए कर दिया गया है। तीन किलो वाट या उससे अधिक का सोलर प्लांट लगवाने पर 78 हजार रुपए की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इससे अधिक होने पर भी 78 हजार रुपए ही सब्सिडी मिलेगी। खास बात यह है कि निम्न व मध्यम वर्ग आय के लोगों को कम ब्याज दरों पर बैंक ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। यानि 30 हजार रुपए सब्सिडी अमाउंट खाते में आता है और ऋण की स्वीकृत राशि भी उपभोक्ता के खाते जमा हो जाती है। सब्सिडी और ऋण दोनों सुविधाएं उपलब्ध करवाना वाकई निम्न व मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए बिजली बिल की समस्या से निजात दिलाने का श्रेष्ठ कार्य मोदी सरकार द्वारा किया जा रहा है।
कितने किलोवाट की जरुरत है आपको?
एक एयरकंडीशन (1 या 1.5 टन), तीन पंखे, तीन ट्यूबलाइट, एक कूलर, एक फ्रीज, एक टीवी, एक वॉशिंग मशीन और यदि हर माह लगभग 250-300 यूनिट बिजली खपत हो रही है तो आपको तीन किलोवाट का सोलर लगाना होगा। इसकी लागत करीब डेढ़ लाख रुपए आती है। इस राशि में 78 हजार रुपए की सब्सिडी और शेष अमाउंट आप चाहें तो बैंक लोन के माध्यम से चुका सकते हैं।