आपणी हथाई न्यूज, बीकानेर के साहित्य में अपनी पहचान रखने वाले वरिष्ठ साहित्यकार और शिक्षाविद शिवराज छंगाणी का गुरुवार की शाम निधन हो गया। छंगाणी का अंतिम संस्कार शुक्रवार कक सुबह 9 बजे नत्थूसर गेट बाहर स्थित शमशान में होगा।राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व कोषाध्यक्ष रहे शिवराज जी ने अनेक कृतियों की रचना की।अपने पूरे जीवन में 50 से अधिक कृतियों की रचना की। इसी के चलते छंगाणी को राजस्थानी का सर्वोच्च शिखर सम्मान सूर्यमल मीसण पुरस्कार सहित अनेक पुरस्कार व सम्मान मिले हैं। छंगाणी अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। 86 वर्षीय छंगाणी राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के पूर्व अध्यक्ष भी रहे। छंगाणी के निधन पर पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने कहा कि राजस्थानी साहित्य परिवार ने अपना मार्गदर्शक को दिया। वे राजस्थानी साहित्य के लिए समर्पित सच्चे साधक थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे। परिवार को सहन शक्ति प्रदान करें।