आपणी हथाई न्यूज,पुष्करणा ओलम्पिक सावा 2024 के उपलक्ष में द पुष्करणाज फाउण्डेशन द्वारा स्थानीय नत्थूसर गेट के बाहर स्थित सृजन सभागार मेहन्दी प्रतियोगिता का आयोजनकिया गया। जिसमें फाउन्डेशन के अध्यक्ष राजेश रंगा ने बताया कि मुख्य अतिथि डाॅ. रितेश व्यास, (प्राचार्य सिस्टर निवेदिता काॅलेज बीकानेर) विशिष्ठ अतिथि शिक्षाविद्ध ओम आचार्य, अति. विशिष्ठ अतिथि लालचन्द पुरोहित एवं राष्ट्रीय संयोजक गोपीकिशन छंगाणी, अध्यक्षता करते हुए द पुष्करणाज फाउण्डेशन के हरिनारायण आचार्य (करूणा इन्टरनेशनल बीकानेर) ने की।
मुख्य अतिथि डाॅ. रितेश व्यास ने बताया कि पुष्करणा समाज में यह आॅलम्प्कि सावा के उपलक्ष में समाज के कई संस्थाओं द्वारा कार्य किया जाता है जिसमें समाज में सभी तरह की सुविधाए उपलब्ध हो सके जैसा कि कोई अपनी तरफ से सेवाऐं लगाता है और कोई मेडिकल और राशन सामग्री भी उपलब्ध करवाता है और इसके अलावा कुछ संस्थाए अपनी तरफ से कुछ न कुछ समाज के लिए करते रहते है ठीक इसी प्रकार पुष्करणाज फाउन्डेशन द्वारा कई कार्य किये गये है जिसमें प्रदर्शनी लगाना, संगोष्ठी आयोजित करना, साफा पाग पगड़ी का प्रशिक्षण देना इसके साथ ही मेहन्दी प्रतियोगिता आयोजित करना और भी ऐसे कई कार्य जो फाउन्डेशन करती है जो कि मैं विगत कई वर्षों से देखता आ रहा हॅू और पुष्करणाज फाउन्डेशन हमेशा समाज को जोड़ने का कार्य करता है और इन्होंने मुझे अपनी संस्था में अतिथि के रूप में मुझे बुलाया और संस्था से जोड़ा यह एक बहुत बड़ी बात है।
विशिष्ठ अतिथि शिक्षाविद्ध ओम आचार्य ने बताया की आज तक हम समाज में यह परम्परा चलती आ रही है द पुष्करणाज फाउण्डेशन द्वारा विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित करता है जिसमें समय-समय पर पुष्करणाज फाउन्डेशन सम्मान समारोह, पेड-पौधे लगाना, अन्तराष्ट्रीय भाषाओं का प्रशिक्षण देना विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित कर समाज के अन्दर बहुत अच्छी पहल है सबसे बड़ी बात यह है कि आज के युग में कन्या वर्ग में मेहन्दी व रंगोली एवं मण्डळा जैसे कार्य किसी को नहीं आते है यह कला लुप्त होती जा रही है लेकिन पुष्करणाज फाउन्डेशन ने समाज की रीति-रिवाज को साथ में रखते हुए संस्कृति पर बल देते हुए नई जिज्ञासा के साथ जागरूकता फैलाने के लिए और प्रोफेशन से जुडने के लिए छोटे-छोटे कार्यों को बड़े रूप में संजोकर रखा है।
अति विशिष्ठ अतिथि लालचन्द पुरोहित एवं राष्ट्रीय संयोजक गोपीकिशन छंगाणी ने बताया कि जिससे यह संस्कृति बनी हुई है। द पुष्करणाज फाउण्डेशन के द्वारा आज मेहन्दी प्रतियोगिता में हमें आमन्त्रित कर अति प्रसन्नता हुई और छात्राओं द्वारा विभिन्न तरह की मेहन्दी की कला में पुष्करणा सावे पर नये नये सन्देशों के साथ पुष्करणाज फाउन्डेशन ने कला को उजागर करने में महति भूमिका निभाई है। अध्यक्षता करते हुए हरिनारायण आचार्य ने बताया कि छात्राओं ने मेहन्दी में संन्देश के माध्यम से पुष्करणा सावा 2024 में समाज के लिए अपनी प्रतिभा को उजागर किया है, छात्रा वर्ग में एक उर्जा के साथ एक नये आयाम स्थापित किया है जिससे समाज में प्रतिभाओं की कमी नहीं रहेगी। इसके लिए पुष्करणाज फाउन्डेशन के सदस्यों के द्वारा कार्य नेक है।
फाउन्डेशन के सचिव कृष्णचन्द पुरोहित ने बताया कि मेहन्दी प्रतियोगिता में कुल 35 छात्राओं ने हिस्सा लिया जिसमें सिस्टर निवेदिता काॅलेज, बैसिक काॅलेज, बिनाणी काॅलेज, नालन्दा पब्लिक स्कूल, महर्षि स्कूल इत्यादी छात्राओं ने हिस्सा लिया जिसमें निम्न छात्राओं ने बहुत ही शानदार मेहन्दी प्रतियोगिता में कार्य किया जिसमें छात्राओं ने कलश, स्वातिक, डोली, दूल्हा-दुल्हन और गणेश प्रतिमा, शहनाई वादन, नगाड़े, हाथी, घोड़ी, चैकी, पडला आदि उकेर कर सम्मोहित किया जिसमें मुख्यरूप से छात्रा वर्ग में प्राची, नन्दनी जोशी, लक्षीका छंगाणी, मोनिका व्यास, वर्षा छंगाणी, भावना, वन्दना, अक्सरा, आर्या जोशी, मैत्री व्यास, मिनाक्षी व्यास, नन्दनी व्यास, राधिका जोशी, भूमिका, प्रिया, शिवानी, रेखा, हिमांशी और अंजली ने बहुत अच्छा कार्य किया। इसी क्रम में निर्णायक की भूमिका में हेमलता व्यास, प्रियंका व्यास और प्रिति राजपूत थी जिसमें मेहन्दी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राची, द्वितीय स्थाना भावना, तृतीय स्थान मोनिका व सान्तवना पुरस्कार नन्दनी जोशी, वन्दना और आर्या को दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन आशीष रंगा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन मनोज देराश्री ने किया। इसी क्रम में अशोक पुरोहित, युगल नारायण छंगाणी, नन्द किशोर रंगा, विमल किशोर व्यास, मोहित पुरोहित, आदित्य पुरोहित, मदनमोहन औझा आशीष ओझा, राजकुमार रंगा, मुरूधर बोहरा, गणेश रंगा इत्यादी उपस्थित थे।