आपणी हथाई न्यूज़,जीयो और जीने दो, अहिंसा संयम व समता के उद्घोषक जैनधर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर का 2623 वां जन्म कल्याणक महोत्सव 21 अप्रेल 2024 रविवार को धूमधाम से मनाया जायेगा।महासभा के अध्यक्ष विनोद बाफना ने दिगम्बर नसिंया जी मन्दिर परिसर में आयोजित हुई आम सभा में यह निर्णय लिया गया कि महावीर जयन्ती के अवसर पर 21 अप्रेल, 2024 को प्रातः 07:30 बजे बैण्ड बाजो सहित दो शोभा यात्राऐं बीकानेर व गंगाशहर भीनासर से अलग अलग रवाना होकर गौड़ी पाश्र्वनाथ पंहुचेगी। बीकानेर से यह शोभा यात्रा दिगम्बर नसियां मन्दिर से रवाना होकर अनेक मार्गो से होती हुई गौड़ी पाश्र्वनाथ जैन मन्दिर पंहुचेगी व गंगाशहर भीनासर से रवाना यह शोभायात्रा जैन जवाहर विद्यापीठ से प्रारम्भ होकर अनेक मार्गो से होती हुई गौड़ी पाष्र्वनाथ जैन मन्दिर पंहुचेगी।
जैन महासभा बीकानेर के महामंत्री मेघराज बोथरा ने महावीर कल्याणक के कार्यक्रमों की विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 20 अप्रेल 2024 को सायं जैन पब्लिक स्कूल परिसर में महावीर प्रार्थना, 21 अप्रेल 2024 सुबह 7ः30 बजे जैन जवाहर विद्यापीठ, भीनासर एवं दिगम्बर नसिया जी बीकानेर से शोभायात्रा प्रारम्भ होगी जो शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए गौड़ी पाश्र्वनाथ मन्दिर पहंुचेगी। इसी दिन सुबह 9ः30 बजे से गौड़ी पाश्र्वनाथ मन्दिर परिसर में मुख्य समारोह का आयोजन किया जाएगा जिसमें समग्र जैन समाज के साधु – साध्वीयों का सान्निध्य प्राप्त होगा।वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेन्द्र बद्धानी ने बताया कि इस शोभायात्रा में विभिन्न शालाओं व संस्थाओं से भगवान महावीर के जीवन प्रसंगों व अवदानों से सम्बन्धित आकर्षक सजीवित झांकिया भी सम्मिलित होगी। इन झांकियों हेतु 4100/ प्रोत्साहन राशि भी दी जायेगी। गंगाशहर भीनासर की शोभायात्राओं की व्यवस्थाओं का दायित्व तेरापंथ युवक परिषद् गंगाशहर के सदस्य निर्वहन करेंगे।
पूर्व अध्यक्ष जैन लूणकरण छाजेड़ ने जैन समाज व जैनेत्तर समाज से आग्रह किया है कि सभी भगवान महावीर के जन्मकल्याणक कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दर्ज करवाये। उन्होंने बताया कि जन्मकल्याणक की तैयारियां जोर शोर से चल रही है। सभी संघो के स्थानको पर कार्यक्रमों के बैनर लगवाये जा रहे है। जैन समाज के सभी घरों में जैन ध्वज लगवाने की भी व्यवस्था कि गई है।
जयचन्दलाल डागा, सी ए इन्द्रमल सुराणा, चम्पकमल सुराणा, सुरेन्द्र बद्धानी, मेघराज बोथरा, राजेन्द्र लुणिया, जयचन्दलाल सुखानी, विजय बाफना, भंवरलाल गोलछा, देवेन्द्र बोथरा, शिखरचन्द सुराणा, मनोज सेठिया, किशनलाल बैद, रविन्द्र रामपुरिया, अशोक श्रीश्रीमाल, धनेश जैन, महेन्द्र बोथरा,संजय बाफना, विमल गोलछा, राजेश बोथरा, हेमन्त सिंगी, जसकरण छाजेड़,, जिनेन्द्र जैन, मानमल सेठिया, पारस खजांची, प्रिती डागा, शान्ता भूरा, सुमन छाजेड़, स्वाती छाजेड़, रेणु बोथरा, सुनिता बाफना, पिंकी सेठिया, कुसुम बैगानी, सरिता नाहटा, बिन्दु छाजेड़, संतोष बोथरा, बबिता जैन, गायत्री महात्मा, मनोज जैन,लीला कोठारी , चंचल बोथरा, धनलक्ष्मी जैन, संगीता महात्मा उपस्थित रहे।