आपणी हथाई न्यूज, सिकंदराबाद में जन्में और भारतीय फुटबॉल टीम के पोस्टर बॉय कहे जाने वाले सुनील छेत्री ने रिटायर होने की घोषणा कर दी है। वो अपना आखिरी मैच 6 जून को कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम खेलेंगे। छेत्री के सन्यास की घोषणा पर फीफा ने एक्स ओर रोनाल्डो और मेसी के साथ उनकी फोटो लगाई और लिखा कि रिटायरिंग एज अ लेजेंड। आपकों बता दे कि छेत्री के खून में ही फुटबॉल था, सुनील छेत्री के पिता सेना की फुटबॉल टीम में खेला करते थे। माता सुशीला भी आपनी जुड़वा बहन के साथ नेपाल की राष्ट्रीय महिला टीम में खेली थी। वही बात करे सुनील छेत्री को हिंदी, अंग्रेजी,कन्नड़,बंगाली,नेपाल भाषा बोल लेते है वही तेलुगू, मराठी,कोकणी को समझ लेते हैं।
सुनील छेत्री खेल रत्न पाने वाले देश के पहले फु़टबॉलर हैं। उन्हें इस सम्मान से 2021 में नीरज चोपड़ा और मिताली राज के साथ नवाज़ा गया था। यह भारतीय खेलों में सर्वोच्च सम्मान है। इसके अलावा उन्हें 2019 में पद्मश्री और 2011 में अर्जुन अवॉर्ड से भी नवाज़ा गया।
सुनील को सबसे ज़्यादा बार एआईएफ़एफ़ प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड पाने का गौरव हासिल है। उन्होंने सात बार- 2007, 2011, 2013, 2014, 2017, 2019 और 2022 में यह सम्मान मिला है।आईएम विजयन ने तीन बार, बाई चुंग भूटिया और जो पाल अंचेरी को दो-दो बार यह सम्मान मिला है।वह 2007, 2011 और 2012 में तीन बार नेहरू कप जीतने वाली भारतीय टीम में शामिल रहे हैं। यही नहीं उन्होंने 2008 में एएफ़सी चैलेंज कप और 2017 में इंटर कॉन्टिनेंटल कप जिताने में भी अहम भूमिका निभाई है।