आपणी हथाई न्यूज़,
राज्य सरकार द्वारा गत दिनों प्रदेश की भाषा एवं अन्य अकादमियों में प्रशासक नियुक्त कर दिये गए है। जिससे प्रदेश की सभी भाषा व अन्य अकादमियांे को अपने रचनात्मक एवं सृजनात्मक कार्यक्रमों को करने में सुगमता होगी। सरकार के इस निर्णय पर राजस्थानी युवा लेखक संघ एवं प्रज्ञालय संस्थान द्वारा साधुवाद ज्ञापित किया गया।राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार एवं केन्द्रीय साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली के राष्ट्रीय मुख्य एवं अनुवाद पुरस्कार से पुरस्कृत कमल रंगा ने राज्य के उपमुख्यमंत्री को अकादमियों में प्रशासक नियुक्त करने की संस्था की मांग को पूरी करने पर धन्यवाद ज्ञापित किया।रंगा ने आगे कहा कि सरकार के इस महत्वपूर्ण निर्णय के बाद प्रदेश की अकादमियों ने साहित्यकारों के व्यापक हितों में अनुदान व सहायता आदि सहयोग प्रदत करने कि कार्यवाही प्रारंभ कर दी जो सुखद पहलू है।
इसी संदर्भ में कमल रंगा ने उदयुपर स्थित साहित्य अकादमी द्वारा जारी विज्ञप्ति का हवाला देते हुए बीकानेर के संभागीय आयुक्त एवं प्रशासक राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर से अनुरोध किया है कि वे साहित्य अकादमी उदयुपर एवं अन्य अकादमियों की तरह राजस्थानी अकादमी की निजी प्रकाशन, पत्र-पत्रिका आदि सहयोग संबंधित योजनाओं की विज्ञप्ति सचिव के माध्यम से शीघ्र जारी करावें।रंगा ने इस बाबत कहा कि जब तक सरकार द्वारा संवैधानिक अध्यक्ष मनोनीत न किया जाए तब तक मौटे तौर पर राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति से संबंधित अन्य सभी कार्यक्रम एवं अन्य गतिविधियां प्रारंभ हो जाएगी। मात्र पुरस्कार सम्मान आदि को छोड़कर जिससे राजस्थानी जगत और उससे जुड़े साहित्यकार लाभान्वित होंगे।