आपणी हथाई न्यूज़, पूर्व मंत्री श्री देवी सिंह भाटी और कोलायत विधायक श्री अंशुमान सिंह भाटी ने मंगलवार को नोखा के ढींगसरी गांव पहुंचकर कर्नाटक में गत दिनों आयोजित अंडर-17 गर्ल्स फुटबॉल ओपन चैंपियनशिप की विजेता राजस्थान टीम में शामिल ढींगसरी गांव की 12 बालिकाओं और उनके कोच विक्रम सिंह राजवी का सम्मान किया। उन्होंने बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए अर्जुन अवॉर्डी मगनसिंह राजवी एकेडमी संचालकों को 17 लाख 83 हजार रुपए की राशि सौंपी।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री देवीसिंह भाटी ने राजस्थान की टीम को राष्ट्रीय विजेता बनने पर शुभकामनाएं दी और इसमें ढींगसरी की बालिकाओं के योगदान को सराहा। उन्होंने कहा कि गांव की बालिकाओं की यह उपलब्धि ओलंपिक खेलों के गोल्ड मेडल जैसी है। बालिकाओं ने खेल क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर गांव का देशभर में बढ़ाया है।
कोलायत विधायक श्री अंशुमान सिंह भाटी ने कहा कि बालिकाओं की इस उपलब्धि ने राष्ट्रीय स्तर पर जिले को नई पहचान मिली है। इन बच्चियों ने यह जता दिया कि वे किसी से कम नहीं हैं। एक गांव से इतनी सारी प्रतिभाशाली बेटियों का आगे आना अच्छे संकेत हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा और राज्य सरकार तक गांव की बच्चियों की इस उपलब्धि को पहुंचाया जाएगा। इस दौरान ग्रामीणों ने ढींगसरी में पेयजल समस्या के समाधान की मांग रखी। पूर्व मंत्री श्री देवी सिंह भाटी तथा विधायक श्री अंशुमान सिंह ने प्राथमिकता से इस समस्या का समाधान करवाने की बात कही।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री तथा कोलायत विधायक ने स्वतंत्रता सेनानी श्री दलपत सिंह राजवीर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर पूर्व प्रधान जयवीर सिंह भाटी, नगर विकास न्यास के पूर्व चेयरमैन महावीर रांका, मोहनसिंह नाल, विष्णु जोशी, राजेन्द्रसिंह किल्चू, नरेश विजयवर्गीय, जेठूसिंह राठौड़ किल्चू, युद्धवीरसिंह भाटी हाडलां, धीरेन्द्रसिंह भाटी धरमू बन्ना, मंगेज सिंह हाडलां, जयसिंह हाड़ला, पृथ्वीसिंह राणासर, मनोहरसिंह सियाणा, शिवसिंह खेतोलाई, गजेसिंह डेह, गजनेर के जेठाराम, पवन जोशी भोलासर, भूपेन्द्रसिंह कक्कू, सवाई सिंह चरकड़ा, मघाराम सियाग, रामचन्द्र कस्वां, भंवरदान चारण, बादलसिंह, देवेन्द्र चारण, प्रेमसिंह किशनपुरा, किशनसिंह नान्दड़ा, बच्चनसिंह मण्डाल, दीपाराम कुम्हार दियातरा, गोरवसिंह राठौड़, मनोहरसिंह चानी, अनोपसिंह लमाणा, अनिल शर्मा, राकेश रतन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।