आपणी हथाई न्यूज़, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में प्राकृतिक खेती पर चल रही दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन शुक्रवार को प्राकृतिक खेती पर प्रशिक्षण, परिणाम, कृषक अनुभव और कृषक संवाद विषय पर दो तकनीकी सत्रों का आयोजन हुआ। संगोष्ठी संयोजक एवं कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ पी.के.यादव ने बताया कि विद्या मंडप में दोपहर करीब 2 बजे तक हुए इस आयोजन के अंतर्गत प्रथम सत्र सुबह 10 बजे से दोपहर 12.30 तक स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरूण कुमार की अध्यक्षता और केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान के निदेशक डॉ जगदीश राणे की सह अध्यक्षता में आयोजित हुआ। जिसमें उत्तर प्रदेश से आए किसान श्री महेन्द्र सिंह ने प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण, लूणकरणसर से आए श्री हनुमान दास ने बीज प्रबंधन और कीट नियंत्रण के सरल उपाय और बीकानेर के गोविंदसर से आए श्री निर्मल कुमार बरड़िया ने भूमि सुपोषण व गोबर,गोमूत्र प्रबंधन पर व्याख्यान दिया।
कार्यक्रम सचिव डॉ वी.एस.आचार्य ने बताया दोपहर 12.30 बजे से 2.00 बजे तक आयोजित हुए दूसरा तकनीकी सत्र राजुवास के पूर्व कुलपति डॉ ए.के.गहलोत की अध्यक्षता और प्रधान वैज्ञानिक डॉ आर.के.सावल की सह अध्यक्षता में आयोजित हुआ। प्राकृतिक खेती परिणाम,कृषक अनुभव, कृषक संवाद विषय पर आयोजित हुए इस सत्र में श्री सचिन राजपूत ने सफलता की कहानी, पोकरण के श्री गायड राम ने जैविक खेती व उसका प्रमाणीकरण प्रक्रिया, पदमपुर के किसान श्री रणजीत कुमार ने जोजोबा की प्राकृतिक खेती पर व्याख्यान दिया। उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर से आए श्री संजीव कुमार व श्री सुमित त्यागी ने खुद की प्राकृतिक खेती को लेकर सफलता की कहानी बताई। सत्र के आखिर में कृषक अनुभव व कृषक संवाद का आयोजन किया गया।