आपणी हथाई न्यूज, पिछले 29 जुलाई से राज्यसभा सांसद जया बच्चन और राज्य सभा सभापति के बीच चली आ रही खींचतान कल संसद सत्र के खत्म होने तक चलती रही। पहले जया बच्चन की बहस राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश से हुई और फिर कल तक बहस राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ से चलती रही। बहस शुरू हुई थी जया बच्चन को संसद की चेयर द्वारा जया अमिताभ बच्चन कहकर सम्बोधित करने से, जया ने एतराज जताते हुए कहा कि मेरे पति का नाम जोड़कर उनका नाम क्यों पुकारा जा रहा है? सभापति ने कहा जो नाम रिकॉर्ड में है वही कहकर बोला गया है।
कल फिर राज्य सभा के सभापति धनखड़ ने कहा कि एक प्रोसेस को फॉलो करके कोई भी सदस्य अपना नाम बदलवा भी सकता है, इस पर जया बच्चन ने कहा कि उन्हें अपने पति के नाम से कोई एतराज नहीं है,उन्हें उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। जया बच्चन ने फिर उपराष्ट्रपति धनखड़ से कहा कि उन्हें उनकी टोन से दिक्क़त है, बहसबाजी के बीच विपक्ष के सांसदों ने राज्यसभा से वाक आउट कर लिया और अब विपक्ष के सांसद धनखड़ को हटाने की मुहिम में लग गए है। धनखड़ -जया बच्चन के विवाद के बीच यूं लगता है जया और सोनिया गांधी के रिश्ते सुधर गए है। पिछले एक हफ्ते में कई मर्तबा संसद के बाहर जया और सोनिया को बातचीत करते देखा गया। कल विपक्ष के सांसदों के वाक आउट के बाद मीडिया को भी जया बच्चन ने ही एड्रेस किया और ऐसा भी सोनिया गांधी के इशारे पर हुआ। ज़ब जया बोल रही थी तो ठीक पीछे सोनिया गांधी खड़ी थी। कभी बच्चन और गांधी परिवार के बीच करीब के रिश्ते थे, फिर पिछले दो दशकों में रिश्तों में दरार आई गई थी, अब लगता है दोनों खानदानों के सुर फिर से मिलने लग गए है।
मनोज रतन व्यास