आपणी हथाई न्यूज, कोलकात्ता के राधा गोविंद कर अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर का बलात्कार और हत्या के बाद से ही देशभर के साथ डॉक्टर भी लगातार विरोध कर रहे थे। इस बीच उन्होंने राजस्थान सहित अन्य राज्यों में कार्य का बहिष्कार भी कर दिया था जिसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा गई थी।
जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स के अध्यक्ष डॉ मनोहर सियोल ने बताया कि जनहित और राजस्थान सरकार द्वारा रेजिडेंट डॉक्टर की मांगों पर किये गए समझौतों को ध्यान में रखते हुए आपातकालीन सेवाएं फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया हैं।
रेजिडेंट डॉक्टर के प्रतिनिधियों और स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बीच बुधवार को एक बैठक में मांगो ओर विचार के लिए एक समिति बनाने का निर्णय लिया गया।
बैठक के बाद चिकित्सा शिक्षा निदेशालय ने राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यो को एक आदेश जारी किया गया। जिसमें कॉलेज स्तर पर समिति बनाने की बात कही गईं ताकि स्वास्थ्य पेशवरों की सुरक्षा,प्रवेश,निकास,गलियारे, अंधेरे वाले स्थान और संवेदनशील स्थानों सहित रणनीतिक स्थानों पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे और प्रशिक्षित सुरक्षा गार्ड शामिल है।