आपणी हथाई न्यूज, राजस्थान रोडवेज क्यों लगातार घाटे में चल रही है, इस बीच अगर बाड़ ही खेत को खाने में लग जाये तो रखवाली कौन करेगा वाली कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है। राजस्थान रोडवेज के कर्मचारी ही परिवहन विभाग को दीमक की तरह खा रहें है।
कल रोडवेज की चीफ मैनेजर इंदिरा गोदारा और सहायक यातायत निरीक्षक कुशाल चंद हर्ष ने बीकानेर डिपो की एक बस की औचक जाँच की और सच्चाई सामने आ गई।
बीकानेर डिपो की यह बस बीकानेर से जोधपुर के लिए जा रही थी, बस की जाँच नोखा में की गई, वीडियो रिकॉडिंग तक की गई।
जाँच में मिला कि बस के कंडक्टर ने 68 में से 47 सवारियों का पैसा सीधा अपनी जेब में डाल लिया है यात्रियों ने कहा कि उन्होंने टिकट के पैसे दें दिए है लेकिन कंडक्टर ने टिकट नहीं दिया। 47 यात्रियों का बस भाड़ा कुल 3170 रुपए था। बस सारथी (कंडक्टर )जगदीश सिंह पर रोडवेज द्वारा कठोर कार्रवाई की जाएगी।
मनोज रतन व्यास