आपणी हथाई न्यूज़,सांस्कृतिक मूल्यों के शोध के लिए भारत भ्रमण पर आए पोलैंड देश के ओजराव शहर के मेयर पावेव केंसलर, डेप्युटी मेयर और डेलिगेट्स आज बीकानेर दौरे के दौरान नगर निगम आए। नगर निगम में मेयर सुशीला कंवर की अगुवाई में सभी आगंतुकों का भव्य स्वागत किया गया। बंद बाजों में पधारो म्हारे देश के साथ निगम आए मेयर और डेलिगेट्स का महापौर राजपुरोहित ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। नगर निगम सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पोलैंड से आए डेलिगेट्स के औपचारिक स्वागत के बाद महापौर सुशीला कंवर और मेयर पावेव ने दोनों शहरों की कला, संस्कृति, शिक्षा, खेल और दोनों शहरों के बीच टूरिज्म प्रमोशन को लेकर लेटर ऑफ इंटेंट हस्ताक्षर हुआ।
महापौर ने सभा को संबोधित करतें हुए कहा कि मेरे कार्यकाल का यह स्वर्णिम अवसर है की हमें शहर को नवाचार, और विभिन्न क्षेत्रों में अपने व्यवहार आदान प्रदान करने के लिए दोनों शहरों के बीच लेटर ऑफ इंटेंट हस्ताक्षर हुआ है। मेयर पावेव और उनके साथ आए सभी डेलिगेट्स का स्वागत है और हम चाहेंगे की भविष्य में ये दोनो शहर साथ साथ आगे बढ़ें और आज जो रिश्ता बना है दोनों देशों के शहरों में वो निरंतर बना रहे।
मेयर पावेव ने कहा की “मेयर साहिबा आज से बीकानेर मेरा दूसरा घर होगा। आज हमारा स्वागत हुआ है इससे मैं भाव विभोर हूं। पूरे भारत भ्रमण के दौरान पूरे देश ने हमारा स्वागत किया। यह मेहमाननवाजी भारतीय और भारतीयता की जींस में है। लेकिन जिस तरह आज बीकानेर ने हमें अपनाया है, ऐसा लग ही नहीं रहा की हम पहली बार बीकानेर आए हैं। इस शहर और हमारे शहर को हम ट्विन सिटीज के रूप में विकसित करेंगे। दोनो शहर अपनी संस्कृति आदान प्रदान के साथ शहरों और नागरिकों के बेहतर भविष्य के साथ आगे बढ़ेंगे।
औपचारिक संबोधन के बाद महापौर सुशीला कंवर ने बीकानेर की सुप्रसिद्ध उस्ता आर्ट से बने फ्रेम में महाराजा गंगा सिंह जी की तस्वीर भेंट की । मेयर पावेव ने भी ओज़राव शहर की ओर से मेयर राजपुरोहित को मोमेटो भेंट किया।
इस कार्यक्रम के दौरान आयुक्त मयंक मनीष, उपायुक्त यशपाल अहूजा, उपमहापौर राजेंद्र पंवार, पार्षद प्रमोद सिंह, भंवर लाल साहू, नंदकिशोर गहलोत, विकास सियाग, सुशील व्यास, हिमांशु शर्मा, अनामिका शर्मा, शिवचंद पडिहार, मानक कुमावत, वीरेंद्र कराल, प्रतीक स्वामी, सुमित भोजक, अनूप गहलोत, शहर के प्रमुख प्रबुद्धजन, के एल बोथरा, डॉ विकास पारीक, अनुरुद्ध गोयल, किशोर सिंह राजपुरोहित, विक्रम सिंह राजपुरोहित, गजेंद्र सांखला, मनफूल मांगलिया सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। भाषा के संबंध में अनुवाद डॉ जहांगीर मांगलिया द्वारा किया गया।