आपणी हथाई न्यूज़,बीकानेर में देश के ख्यातनाम कवि डॉ कुमार विश्वास का मंथन कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसका काफी प्रचार प्रसार किया गया लेकिन कवि कुमार विश्वास के कार्यक्रम के समापन के बाद से ही शहर में इस कार्यक्रम को लेकर अब मंथन चल रहा है। यह पहला मौका नहीं जब बीकानेर में कवि कुमार विश्वास का कार्यक्रम हुआ हो इससे पहले भी बीकानेर में डॉक्टर कुमार विश्वास अपनी कविताओं के जरिए बीकानेर की जनता का दिल लूट कर गए हैं ।
हर बार कुमार विश्वास के कार्यक्रम के बाद कई सप्ताह तक उनकी ही चर्चाएं बीकानेर में रही है मगर बीकानेर में इस बार कुमार विश्वास के मंथन कार्यक्रम के बाद कार्यक्रम को लेकर बीकानेर में इस बात की चर्चा जोर पकड़ रही है कि हर बार ऐसे आयोजन निशुल्क होते हैं लेकिन इस बार हुए इस कार्यक्रम में टिकट रखें गए ओर टिकट की दर भी ऐसी रखी गई जो आम लोगों की पहुंच से बाहर थी।
बीकानेर में अब यह चर्चा आम हो गई है कि सेवा संकल्प की बात करने वाले संगठन अब सिर्फ प्रभावशाली लोगों को खुश करने ओर महज दिखावा करने में ही लग रहे हैं। बीकानेर में डॉक्टर कुमार विश्वास के कार्यक्रम का आयोजन करने वाली संस्था जरूरतमंद लोगों की सेवा औऱ सामाजिक समस्याओं के समाधान करने के लिए जानी जाती रही है लेकिन अब इस संस्था की भी कई शाखाएं बन गई है जिसके चलते कहा जाता है कि सेवा करने वाली इस संस्था में अब सेवा के सिवाय आपसी खींचतान और श्रेष्ठ दिखने की होड़ चल रही है जिसके चलते सेवा कार्य को छोड़कर यह संस्था लाखों रुपए प्रचार प्रसार पर खर्च कर ऐसे आयोजन करवाती है जिनसे ना तो समाज को कोई लाभ होता है और ना ही समाज ऐसे आयोजनों से जुड़ पाता है।
समाज सेवा और समाज कल्याण का नारा देने वाली यह अंतरराष्ट्रीय संस्था बीकानेर में अपने गौरवशाली इतिहास पर संशय पैदा कर रही है। सवाल सिर्फ डॉक्टर कुमार विश्वास के शो का नहीं बल्कि सवाल इस बात का है कि इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठन को किसी स्थानीय संगठन की जरूरत ही क्यों पड़ रही है ? तो सवाल पैदा होता है कि क्या वाकई इस आयोजन के पीछे मंशा सकारात्मक रही है या नहीं ? खैर बीकानेर में कवि कुमार का आयोजन तो हुआ लेकिन सेवा का नारा देने वाली संस्था के प्रति जो विश्वास रहा है वह टूटता नजर आ रहा है। अगले साल जनवरी में फिर बीकानेर में डॉक्टर कुमार विश्वास का कार्यक्रम प्रस्तावित है जिसको लेकर अभी से लोगों में उत्साह है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंथन में करीब 25 लाख से ज्यादा की राशि इस कार्यक्रम में कुमार विश्वास को दी गई है। वही इस कार्यक्रम से जुड़े प्रायोजकों को भी मंच से सम्मान नही मिल पाया जिसे लेकर प्रायोजकों ने भी दबे स्वर में अपना विरोध दर्ज करवाया है। वही कार्यक्रम करवाने वाली संस्था की सहयोगी समांतर शाखाओं को भी इस कार्यक्रम में कोई तवज्जों नही दी गई।