आपणी हथाई न्यूज, बीकानेर धर्म और भावनाओं से बंधा शहर है। इस शहर में अपने इष्ट देवी देवताओं को लेकर एक खास सम्बंध नजर आता है। चाहे बात भैरुनाथ की हो या फिर रामदेवजी की या फिर किसी और देवी देवता की इस शहर का आमजन अपने धर्म और कर्म के प्रति आस्थावान हैं । बीकानेर धर्मनगरी की साले की होली की निवासी 6 वर्षीय साँचल ने भी अपनी अडिग आस्था और विश्वास के चलते ओसियां में स्थित सच्चियाय माताजी की बीकानेर से पैदल यात्रा पूरी की हैं । साँचल के चाचा और आपणी हथाई के नियमित पाठक नंद किशोर हर्ष ने बताया कि साँचल आसोज की कृष्ण पक्ष की सप्तमी को बीकानेर से पैदल ओसियां सच्चियाय माता के लिए रवाना हुई थी। 7 दिन पश्चात चतुर्दशी को साँचल ने माताजी की पैदल फेरी पूरी करते हुए दर्शन कर धोक लगाई। हर्ष ने बताया कि इस यात्रा में साँचल के साथ उसकी माताजी पिंकी हर्ष और मामा अजय हर्ष भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि इस दुरूह यात्रा में साँचल हर्ष को कोई भी तरीके की दिक्कत नही आई।