आपणी हथाई न्यूज, जन्म पर लिंगानुपात सभी डिलीवरी प्वाइंट व अस्पतालों में राज्य औसत से बेहतर आना चाहिए। इसके लिए गर्भकाल के 12 से 24 सप्ताह में सोनोग्राफी करवाने वाली गर्भवतियां, जिनके पहले से एक या दो बेटियां हों, उनके प्रसव परिणाम की हर स्तर पर पड़ताल हो। जिला कलक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने यह निर्देश जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में सभी चिकित्सा अधिकारियों को दिए। उन्होंने इसके आधार पर ऐसे सोनोग्राफी केंद्रों व क्षेत्र को चिन्हित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार गुप्ता को दिए जहां कन्या भ्रूण हत्या होने की आशंका हो। जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक महेंद्र सिंह चारण ने जानकारी दी कि जिले का जन्म पर लिंगानुपात 945 है जो कि ब्लॉक पूगल, कोलायत तथा पीबीएम अस्पताल में बहुत कम होने के कारण राज्य औसत से कम रहा है। जिला कलेक्टर ने प्रत्येक चिकित्सा संस्थान पर प्रतिमाह होने वाले संस्थागत प्रसव की समीक्षा की तथा निर्देश दिए कि चिकित्सा अधिकारी तथा नर्सिंग स्टाफ मुख्यालय पर रहकर संस्थागत प्रसव बढ़ाने पर जोर देवें। उन्होंने राज्य सरकार के 1 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में 15 दिसंबर से 31 जनवरी तक पीएचसी-सीएचसी स्तर पर आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों की तैयारी की समीक्षा की और अधिकाधिक आमजन को लाभ देने के निर्देश दिए। उन्होंने आगामी 8 दिसंबर को आयोजित होने वाले पल्स पोलियो अभियान के संबंध में चर्चा की और 0 से 5 वर्ष तक के शत प्रतिशत बच्चों को पल्स पोलियो खुराक दिलाने हेतु बेहतर माइक्रो प्लानिंग के निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ गुप्ता ने बताया कि तीन चरणों में आयोजित होने वाले आयुष्मान आरोग्य शिविरों में प्रत्येक ब्लॉक में प्रतिदिन एक के हिसाब से प्रतिदिन 6 शिविर लगाए जाएंगे। स्वास्थ्य शिविर में नेत्र रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ, आयुष चिकित्सक, टैली कंसलटेंसी, टीबी स्क्रीनिंग, एनसीडी स्क्रीनिंग, मां योजना ई केवाईसी, ई-मित्र सेवा सहित समस्त आवश्यक दवाईयां तथा जांचों की व्यवस्था रहेगी। यह शिविर सप्ताह के तीन दिवस मंगलवार, बुधवार व शुक्रवार को आयोजित होंगे। बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुकेश जनागल ने मातृ शिशु स्वास्थ्य विषयों की समीक्षा करते हुए जिले में होने वाली प्रत्येक मातृ मृत्यु तथा 20% शिशु मृत्यु की चिकित्सा अधिकारी व ब्लॉक सीएमओ स्तर पर समीक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना, ई केवाईसी, टोबैको फ्री यूथ कैंपेन 2.0, आभा आईडी निर्माण, एनसीडी स्क्रीनिंग, डेंगू नियंत्रण जैसे विषयों पर ब्लॉक वार समीक्षा की। जिला टीबी अधिकारी डॉ सी एस मोदी ने मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, टीबी स्क्रीनिंग, निक्षय पोषण योजना तथा सिलिकोसिस को लेकर चर्चा की। जिला कार्यक्रम अधिकारी सुशील कुमार ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर पोर्टल, एचएफआर, एचपीआर पोर्टल पर नियमित इंद्राज तथा मिशन कर्मयोगी में समस्त अधिकारियों व कार्मिकों के जुड़ने को लेकर मंथन किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. अनुरोध तिवारी ने नियमित टीकाकरण के दौरान एनाफायलैक्सिस किट की सुनिश्चितता रखने की बात कही। बैठक में एसडीएम जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ सुनील हर्ष, पीबीएम अस्पताल के प्रतिनिधि डॉ गौरी शंकर जोशी, डॉ सुनील बोथरा सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी, ब्लॉक सीएमओ, ब्लाक कार्यक्रम अधिकारी तथा विभिन्न सीएचसी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।
*प्रसूति सहायता योजना अंतर्गत 21000 रुपए तक का वित्तीय लाभ दिलाने के निर्देश*
सीएमएचओ डॉ गुप्ता ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार श्रम विभाग की योजना प्रसूति सहायता योजना का लाभ अधिकाधिक लेबर कार्ड धारी परिवारों की प्रसुताओं को दिलाने हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्ण सहयोग दिया जाना है। श्रम निरीक्षक वैभव कुमार ने बताया कि योजना अंतर्गत लेबर कार्ड धारी परिवार की प्रसूता को पुत्र जन्म पर 20 हजार रुपए तथा पुत्री के जन्म पर 21 हजार रुपए की नकद सहायता दी जाती है। यह योजना दो बच्चों तक ही लागू होती है तथा प्रसव के बाद ई मित्र के माध्यम से आवेदन किया जाता है। डॉ गुप्ता ने सभी अस्पताल व डिलीवरी प्वाइंट के माध्यम से योजना का प्रचार प्रसार करवाने के निर्देश दिए।