आपणी हथाई न्यूज,आज भारत को विश्वगुरु बनना है तो विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ प्रायोगिक ज्ञान देना चाहिए। भारत के प्रधानमंत्री की भी यही सोच है जिसके चलते नई शिक्षा नीति में बच्चों को प्रेक्टीकल नॉलेज पर बल देने की बात रखी गई है। यह बात श्रीरामसर में स्थित संत सांईनाथ पब्लिक स्कूल में ‘बाल दिवस’ के उपलक्ष्य मेंआयोजित विज्ञान प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर वार्ड नंबर-3 के पार्षद श्री नंदकिशोर गहलोत ने कही। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए विज्ञान से संबंधित माॅडल का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गहलोत ने सभी बच्चों द्वारा बनाए गए माॅडल का अवलोकन बङी गहनता से किया। इसके साथ ही जब बच्चों से माॅडल से संबंधित प्रश्न पूछे गए तब उनका जवाब विद्यार्थियों ने बङी बेबाकी के साथ दिया।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक भवानी शंकर आचार्य ने वार्ड पार्षद का माला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर सुनीता आचार्य, प्रहलाद पुरोहित, अंजू सुथार, उर्मिला सुथार, भारती सुथार, भावना आचार्य, भास्कर आचार्य और साथ में अभिभावक तथा अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।