आपणी हथाई न्यूज, आख़िरकार पाकिस्तान में होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी के सारे विवाद सुलझने के करीब पहुंच गए है।टूर्नामेंट शेड्यूल के अनुसार 19 फ़रवरी से पाकिस्तान में ही शुरू होगा। भारत की टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी, भारत के सारे मैच हाइब्रिड मॉडल के हिसाब से UAE में खेले जाएंगे। बड़ी बात यह भी है कि पाकिस्तान चैम्पियंस ट्रॉफी का मेजबान होने के बावजूद भी टूर्नामेंट का सेमीफाइनल और फाइनल मैच पाकिस्तान में नहीं करवा सकेगा क्योंकि भारत अगर सेमीफाइनल या फाइनल में पहुंच गया तो फिर विवाद हो जाएगा, इसलिए सेमीफाइनल और फाइनल मैच भी UAE में होंगे।
आनाकानी करते करते पाकिस्तान इसलिए सभी शर्तो को मान गया है क्योंकि चैम्पियंस ट्रॉफी के पाकिस्तान में न होने से आईसीसी को तो कोई विशेष फर्क नहीं पड़ता लेकिन पाकिस्तान को बड़ा आर्थिक नुकसान हो जाता।
मेजबानी के कारण पाक बोर्ड को आईसीसी 549 करोड़ देगा, इसके अलावा पाकिस्तान बोर्ड को ब्रॉडकास्टिंग समेत दूसरे तरीको से करीब 3000 करोड़ की आमदनी होगी, अगर टूर्नामेंट पाक में नहीं होता तो पाकिस्तान बोर्ड को कुछ नहीं मिलता। इससे इतर पाक बोर्ड ने चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए ही अपने घरेलू स्टेडियम को रिनोवेट करने के लिए करीब 1300 करोड़ रुपए खर्च किए है, उसका भी कोई सदुपयोग नहीं होता।
मनोज रतन व्यास