
आपणी हथाई न्यूज, राजस्थान की सत्ता की बागडोर इन दिनों बीजेपी के हाथ में है लेकिन इसी सत्ता के लोग आपसी गुटबाजी से नाराज होकर क्या कदम उठा ले इसका ताजा उदाहरण बुधवार को उदयपुर नगर निगम में देखने को मिला,मामला ये है निकाय चुनाव से पहले ही उदयपुर के उपमहापौर पारस सिंघवी ने अपना पद छोड़ते हुए चैम्बर भी खाली कर दिया और नगर निगम को कार की चाबियां तक सौंप दी। अचानक हुए इस घटनाक्रम से स्थानीय बीजेपी शॉक्ड है।
बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के बाद से ही बीजेपी पार्टी गुटबाजी के दौर से गुजर रही है। बीते एक साल में विधायक का टिकट मांग रहे पारस सिंघवी पार्टी से नाराज है और बेमन से पार्टी के कार्यक्रमो में शामिल होते रहे है।


सिंघवी टिकट वितरण के बाद से गुलाबचंद कटारिया से खासे नाराज बताए जा रहे है। वही विधायक और उप महापौर लगातार एलिविटेड रोड को लेकर आमने सामने होते रहे है। उप महापौर एलिविटेड रोड़ के नक्शे को लेकर संतुष्ट नही हैं । वही निगम ने कार्यकाल खत्म होने से पहले आनन फानन में शिलान्यास कार्यक्रम भी कर दिया। इस कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया भी पहुँचे थे लेकिन उप महापौर ने अपनी गैर हाजरी का कारण व्यक्तिगत बताया।