आपणी हथाई न्यूज,राज्य सरकार ने 70 प्लस सभी वरिष्ठ नागरिकों को ‘मां’ योजना के रूप में बड़ी राहत प्रदान करते हुए मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना में अलग निशुल्क श्रेणी बनाकर शामिल कर लिया है। यानी कि राजस्थान के प्रत्येक 70 प्लस वरिष्ठ जन को राज्य के 1700 से अधिक सरकारी व सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में भर्ती होने पर 25 लाख रुपए तक का निशुल्क एवं कैशलेस इलाज मिलेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि योजना अंतर्गत चिकित्सक सेवा, दवा, जांच, सर्जरी इंप्लांट सहित समस्त खर्च कैशलेस मिलेंगे। भर्ती होने से 5 दिन पूर्व तथा 15 दिन बाद तक के खर्च भी इसमें निशुल्क रूप से शामिल रहेंगे। डॉ गुप्ता ने बताया कि सामान्यतः 70 प्लस बुजुर्गों को किसी प्रकार की निजी स्वास्थ्य बीमा कवर लेना बेहद मुश्किल होता है। ऐसे में राज्य सरकार ने निश्चय ही यह बड़ी सौगात दी है।
‘डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने बताया कि दिवाली से पूर्व माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सभी 70 प्लस नागरिकों को वय वंदना कार्ड के रूप में 5 लाख के कैशलेस इलाज का तोहफा दिया था। उसी क्रम में राज्य सरकार द्वारा राज्य में संचालित मां योजना में भी राज्य के सभी 70 प्लस वरिष्ठ नागरिकों को अलग निशुल्क श्रेणी बनाते हुए लाभ दिया गया है। पहले केवल राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, सामाजिक आर्थिक जनगणना के पिछड़े, लघु एवं सीमांत कृषक, संविदा कार्मिक तथा कोविड एक्स ग्रेसिया प्राप्त परिवार ही निशुल्क श्रेणी में शामिल थे।
कैसे होगा पंजीकरण
मां योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक ईशान पुष्करणा ने जानकारी दी कि जो भी वरिष्ठ नागरिक आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अपना वय वंदना कार्ड बना लेंगे उन्हें स्वत ही मां योजना का लाभ मिलने लगेगा। इसके लिए लाभार्थी स्वयं अपने मोबाइल पर पीएम जय एप के माध्यम से अथवा ई मित्र के माध्यम से आवेदन कर ई केवाईसी उपरांत वय वंदना कार्ड बनवा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से आशा, एएनएम, सीएचओ नर्सिंग अधिकारियों द्वारा घर-घर जाकर तथा इलाज हेतु अस्पताल आए 70 प्लस वरिष्ठ नागरिकों का वय वंदना कार्ड व ई केवाईसी का कार्य शुरू किया गया है। वरिष्ठ नागरिक कार्ड बनवाने के लिए अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र संपर्क कर सकते हैं।