आपणी हथाई न्यूज,सामाजिक सरोकार में अग्रणी बीकाणा ब्लड सेवा समिति और उसके रक्तविरों ने अपनी प्रतिबद्धता का परिचय देते हुए जरुरतमंदों को प्लेटलेट्स और रक्तदान करके उनकी जीवन रक्षा की। रक्तदान के माध्यम से इस संस्था ने कई लोगों की जान बचाई, जिनका इलाज बीकानेर के पी बी एम अस्पताल में चल रहा था। संस्था के कार्यकर्ता अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की मदद करने में पीछे नहीं हटे।
दानिश, गजेन्द्र सिंह, आसुतोष शर्मा और दिनेश ने दिया प्लेटेट्स
इस अवसर पर समिति के प्रमुख कार्यकर्ताओं दानिश, समिति के उपाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह (गज्जू बन्ना), आसुतोष शर्मा और दिनेश ने प्लेटेट्स दान किए। इन रक्तवीरों द्वारा दान किए गए प्लेटेट्स से कई मरीजों को नई जिंदगी मिली। हरीश (15 वर्ष) को बी-नेगेटिव, बज्जू के जोधाराम (90 वर्ष) को ओ-पॉजिटिव, राजाराम (50 वर्ष) को ओ-पॉजिटिव, मंजू (30 वर्ष) को बी-पॉजिटिव और शारदा (52 वर्ष) को ए-पॉजिटिव की आवश्यक प्लेटेट्स मिल पाई, जो उनके इलाज के लिए नितांत आवश्यक थीं।
रक्तदान से जीवन रक्षा
समिति के कार्यकर्ताओं ने न केवल प्लेटेट्स दान किए, बल्कि कई लोगों ने रक्तदान भी किया। जिनमे राकेश, समिति के शहर अध्यक्ष दीपक सारस्वत, और मांगीलाल ने भी रक्तदान करके कई लोगों की जान बचाई। श्रीमती जादव देवी (24 वर्ष) को ओ-नेगेटिव रक्त की आवश्यकता थी, जिन्हें एक यूनिट रक्त दिया गया, जिससे उनकी हालत में सुधार हुआ।
रवि व्यास पारीक का आभार
समिति के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि व्यास पारीक ने अपने कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समिति को ऐसे कार्यकर्ताओं पर गर्व है जो दिन-रात दूसरों की मदद के लिए आगे आते हैं। उन्होंने कहा कि यह समिति केवल रक्तमित्रों का संगठन नहीं है, बल्कि यह जीवन रक्षकों का समूह बन चुका है, जो अपनी सेवाओं से आम जनता में अपनी पहचान बना चुकी है।
समिति की भूमिका
बीकाणा ब्लड सेवा समिति ने अब तक हजारों लोगों की मदद की है और इसे रक्तदान के मामले में एक प्रमुख संस्था माना जाता है। यह संस्था अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए समय-समय पर रक्तदान शिविर भी आयोजित करती है, ताकि जरुरत मंद मरीजों को समय पर रक्त मिल सके।
इस संस्था की यह निस्वार्थ सेवा न केवल बीकानेर, बल्कि अन्य शहरों में भी एक मिसाल के रूप में सामने आई है।