आपणी हथाई न्यूज, दिल्ली विधानसभा चुनाव की व्यस्तता के बीच भी प्रधानमंत्री मोदी भारत को AI (आर्टिफिशयल इंटेलिजेन्स ) क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़े कदम उठा रहें है।
पिछले एक हफ्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला,इन्फ़ोसिस के पूर्व CEO विशाल सिक्का और परप्लेक्सिटी AI के CEO अरविन्द श्रीनिवास से मिले है।
मोदी से मिलने के बाद सत्या नडेला ने भारत में 3 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की है। माइक्रोसॉफ्ट के CEO ने कहा कि हमारी कम्पनी भारत के एक करोड़ लोगों को 2030 तक AI की ट्रेनिंग देगी।
मोदी ने विशाल सिक्का और अरविन्द श्रीनिवास से भी भारत को AI क्षेत्र में वर्ल्ड लीडर बनाने के लिए पार्टनरशिप ऑफर की है।
भारत में इस वक़्त रजिस्टर्ड AI 706 कम्पनी है। पिछले 5 सालों में भारत की AI फर्मस ने सवा दो बिलियन डॉलर का फंड जुटाया है। पिछले वर्ष मोदी सरकार ने बजट में AI के विकास के लिए कुल 10 हजार 371 करोड़ का फंड जारी किया था। जानकारों का मानना है कि मोदी के प्रयासो से भारत में AI के फैलाव से देश में इंफ्रास्ट्रक्चर, इनोवेशन, रिसर्च,कम्प्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में खूब विदेशी निवेश आएगा, मोदी का AI इंट्रेस्ट असल में भारत को जल्द से जल्द दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य और देश की जीडीपी बढ़ाने का रोड़मेप है।
मनोज रतन व्यास