आपणी हथाई न्यूज, राजस्थान की भजनलाल सरकार ने शिक्षा विभाग को छोड़कर सभी विभागों में 1 जनवरी से 10 तक के बीच तबादलों पर से बैन हटा दिया है।
इस बीच अब वर्षो से एक ही रेंज और मुख्यालयों में जमे रहने वाले पुलिसकर्मियों की कुंडली खंगाली जा रही है। डीजीपी ने तबादलों को लेकर स्पष्ट संदेश दिया है कि तबादलों में सिफारिश नही बल्कि मेरिट के प्रमुखता दी जाएगी।
राजस्थान डीजीपी यू आर साहू ने बताया कि पुलिस विभाग में भी तबादलों की नीति बनी हुई है जिसके तहत ही कांस्टेबल से लेकर थानेदारों तक के तबादले होने हैं इस संबंध में पुलिस मुख्यालय में कामकाज भी शुरू हो गया है एक जिले में 10 वर्ष और एक रेंज में 16 वर्ष रहने वाले पुलिस कर्मियों का तबादला किया जाएगा वहीं एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाले पुलिस वालों का तबादला खाली पड़े पदों के आधार पर और मेरिट के आधार पर किया जाएगा वही वर्षों से एक ही जिले में बैठे पुलिस कर्मियों को तबादा में प्राथमिकता दी जाएगी।
आपको बता दे की मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 1 जनवरी से 10 जनवरी तक होने वाले तबादलों में पारदर्शिता के लिए खास निश्चित दिशा निर्देश जारी किए हैं तबादलू से रोक हटाने के बाद कर्मचारियों में तबादला करने की हॉट मची हुई है कई कर्मचारी मंत्री और विभाग प्रमुखों से मुलाकात कर अपनी सिफारिश करवा रहे हैं इन तबादलो में सबसे ज्यादा डिमांड अपने घर आने की चाहत रखने वालों की है।