
आपणी हथाई न्यूज, धर्म नगरी बीकानेरमें इन दिनों गणगौर पर्व की धूम है। गणगौर पर्व पर महिलाएं एवं बालिकाएं दो सप्ताह से ज्यादा गणगौर का धूमधाम से पूजन करती है उसके बाद गणगौर माता को ससुराल विदा किया जाता है। बीकानेर में पुष्करणा समाज की भादाणी जाति की गणगौर अपने विशेष इतिहास और अनूठी परंपरा के लिए सबसे ज्यादा चर्चित रहती है।
भादाणी जाति की गणगौर कल हमालों की बारी ब्रह्मदेव भादाणी के घर से चौतीना कुआ जाएगी उसके बाद वहां से तुरंत ही दौड़कर भादाणी प्रोल के पास बने शिव मंदिर पहुंचेगी। बीकानेर में दौड़कर आने वाली यह इकलौती गवर है, इस गवर की दौड़ को देखने के लिए सड़क के दोनों और लोगों की भारी भीड़ जुटती है। आज गणगौर का पूरे समाज में खोल भरा गया।

