


आपणी हथाई न्यूज,21 मई।बुधवार को बीकानेर के सुभाषपुरा माताजी मंदिर के पास 21 वेदपाठी ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोंच्चारण के साथ गोरियों ( चिड़ियों ) के लकड़ी से बने 151 घरों का वितरण किया। गर्मी से बचाने के लिए लकड़ी के घोशलों के साथ पानी के लिए मिट्टी के कुंडों को भी सार्वजनिक स्थलों पर रखने के लिए दिए।

मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज की जागरूक समाज सेविका श्रीमती उमादेवी सोनी (कड़ेल) पत्नी स्वर्गीय शिव रतन कड़ेल की स्मृति में वितरित इन लकड़ी के घोंसले व मिट्टी के पालसियों को विभिन्न स्थानों के मंदिरों, श्मशान गृहों, सार्वजनिक पार्कों व कई लोगों ने अपने घरों के आगे लगाएं है।


लकड़ी के घौंसले वितरण के संयोजक यशवर्द्धन सोनी ने बताया कि 151 घौंसलों का निर्माण श्रीगंगानगर जिले के पुश्तैनी सुथार से करवाया गया है। घोंसले में चिड़ियों के आने-जाने के लिए सुगम रास्ता, अंदर बैठने के लिए राड लगाई गई है। घोंसले सुगमता से लगे इसके लिए लकड़ी के घर के पीछे दो नट लगवाए गए है जिससे उनको दीवार पर कसा जा सके। घोसले आंधी, बरसात व गर्मी के मौसम में चिड़ियों को सही वातावरण व तापमान में रखेंगे।
उन्होंने बताया कि वितरण का कार्य में विश्णु कुमार, नारायण व कैलाश, दौलतराम, गणेशराम के साथ बच्चों गौरी शंकर, लक्ष्य, राघव, तन्मय, हीरव, आशीश, पुखरात सहित महिलाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई। वेदपाठी 21 ब्राह्मणों को घोशले वितरण से पूर्व भोजन करवाया गया तथा दक्षिणा देकर उनका सम्मान किया गया। ब्राह्मणों व घोसला प्राप्त करने वाले लोगों ने निष्काम सेवा के इस प्रकल्प की तारीफ की तथा संयोजक यशवर्धन को नियमित रूप से गौ, ब्राह्मणों व पक्षियों की सेवा करने का आशीर्वाद दिया।
