आपणी हथाई न्यूज, शनिवार की रात जब आप और हम अपने घरों में सो रहे थे तब श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के वैज्ञानिकों की बेचैनी बढ़ी हुई थी।
पहली बार भारत के रॉकेट ने ऐसी उड़ान भरी थी जिसकी गिनती भारत के सबसे भारी रॉकेट कॉमर्शियल में होने वाली थी। रात के 12 बजकर 7 मिनिट पर GSLV Mk3 ने अपनी उड़ान भरी और लिफ्ट ऑफ के करीब 20 मिनिट बाद 601 किलोमीटर की दूरी पर भारत के अबतक के सबसे वजनी (5796 किलोग्राम) निचली कक्षा में 36 सेटेलाइट सफलता से स्थापित हो गए।
इसरो चीफ इस सफलता से झूम उठे और कहा कि हमने दिवाली का जश्न पहले ही शुरू कर दिया है। रॉकेट उसी मार्ग पर है जिस पर हम चाहते थे। यह एक ऐतिहासिक लॉन्च हज क्योंकि LVM3 का ये दूसरा ऑपरेशनल मिशन और पहला कॉमर्शियल लॉन्च है।
गिरीश कुमार श्रीमाली