भैंरुबक्श चूरा परिवार की ओर से जस्सोलाई तलाई स्थित जनेश्वर भवन में चल रही भागवत कथा के पांचवें दिन मंगलवार को विभिन्न प्रसंगों की सप्रसंग व्याख्या हुई। व्यासपीठ से कथा वाचक पंडित दुर्गादत्त व्यास ने कहा कि भागवत कथा श्रवण से मोक्ष की प्राप्ति होती है, ऐसी मान्यता है, कार्तिक माह में कथा आयोजन का खास महत्व है ।सोमवार को प्रसंग के अनुसार कष्ण जन्म के बाद यशोदा माता के घर खुशी का माहौल है।भगवान शंकर भी दर्शन के लिए आते है ।पुतना वध की कथा का प्रसंग भी सुनाया,प्रसंगों की व्याख्या सुनकर श्रद्धालु श्रोता मंत्रमुग्द हो गए।
रविवार को नंदोत्सव मनाया गया था, कथा परिसर में बधाई बांटी गई, थालियां बजाकर कष्ण के जन्म की खुशियां मनाई । आयोजन को लेकर शंंकरलाल चूरा, बृजगोपाल चूरा,हरगोपाल, शिवगोपाल,घनश्यामदास, भवानी शंकर चुरा, प्रकाश,लक्ष्मी नारायण, प्रेम नारायण, गिरिराज,गिरधर, गोविंद,प्रियांशु,डॉ.योगेश नारायण पुरोहित,एडवोकेट त्रिलोक नारायण, एडवोकेट सुरेश नारायण, नरेश नारायण,राम कुमार पुरोहित सहित आस्थवान श्रद्धालु भागीदारी निभा रहे हैं।
पंडित दुर्गादत्त व्यास का कथा स्थल पर हुआ अभिनंदन
जनेश्वर भवन में चल रही भागवत कथा के दौरान सोमवार को व्यास पार्क भ्रमण सदस्यों की टीम ने ज्योतिषविद हरिनारायण व्यास ‘मन्नासा के नेतृत्व में व्यासपीठ पर विराजमान कथा वाचक पंडित दुर्गादत्त व्यास का सम्मान किया गया, उन्हें अभिनंदन पत्र भेंट किया गया । इस दौरान पार्षद प्रदीप उपाध्याय, बसंत आचार्य, न्यायिक कर्मचारी नेता गिरीराज बिस्सा, रामकुमार हर्ष, पंडित राजेन्द्र व्यास, मालचंद सारस्वत, राजेन्द्र आचार्य सहित बडी संख्या में सदस्य शामिल हुए ।