पार्षद मनोज विश्नोई द्वारा नगर निगम कमिश्नर के ऑफिस के आगे धरना लगाकर विरोध किया। विश्नोई का आरोप है कि कमिश्नर द्वारा अधिकारियों और महापौर जनप्रतिनिधियों से अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं और सीवरेज, ट्रैक्टर, पैच वर्क सहित विभिन्न कार्यों का बिना सोचे विचारे टेंडर निरस्त कर रहे हैं।
पार्षद मनोज विश्नोई ने बताया की पूरे शहर में सीवरेज उफान पर है,सड़कें टूटी पड़ी है बावजूद इसके नगर निगम सुध नहीं ले रहा है।महापौर मात्र नाम का पद ही रह गया है,महापौर खुद मौन है ।उन्होंने कहा की इस नाकारा सिस्टम के खिलाफ जल्द ही जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा।