आपणी हथाई न्यूज, राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक होने के मामले थमने का नाम नही ले रहे है। रविवार को 2300 पदों पर वनरक्षक भर्ती परीक्षा का दो पारियों में आयोजन किया गया था। पेपर कुशल मंगल होता उससे पहले ही पर्चा लीक होने की खबर आ गई। पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर एक सरकारी कर्मचारी सहित 9 लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि पेपर 6 लाख रुपयों मैं बेचा गया। पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि स्पेशन ऑपरेशन ग्रुप, जयपुर की सूचना के आधार पर शनिवार को हुई दूसरी पारी का प्रश्न-पत्र लीक होने पर रेलमगरा थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की।
बताया कि मुखबीर से मिले इनपुट के आधार पर थाना अधिकारी भरत योगी के नेतृत्व में पुलिस दल ने दरीबा स्थित 132 केवी जीएसएस पर दबिश दी और संदिग्ध आरोपी तकनीकी सहायक दीपक कुमार शर्मा (30) पुत्र नंदलाल शर्मा निवासी जाखौदा, थाना सपोटरा, जिला करौली का मोबाइल चेक किया। दीपक शर्मा के मोबाइल में वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2020 से संबंधित प्रश्नों के वैकल्पिक उत्तर मिले। पुलिस ने मौके पर पूछताछ की तो दीपक ने सवाईमाधोपुर जिले के गंगापुर सिटी निवासी पवन पुत्र श्यामलाल सैनी से यह पेपर प्राप्त होने का खुलासा किया। बताया कि यह सौदा 5 लाख रुपए में तय हुआ था। बाद दीपक ने इसी पेपर के सवालों के वैकल्पिक उत्तर 6-6 लाख रुपए में आगे अन्य अभ्यर्थियों को बेचना भी मंजूर किया।
भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के मामले राजस्थान में थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अबकी बार राजस्थान वनरक्षक भर्ती 2022 परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। वन विभाग के वनरक्षक के 2300 पदों के लिए हुई परीक्षा का 12 नवंबर को दूसरी पारी का पेपर लीक हुआ है।राजसमंद में मामले में पुलिस की कार्रवाई के बाद भर्ती एजेंसी राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने प्रारम्भिक तौर पर लीक मानते हुए 12 नवम्बर को आयोजित हुआ दूसरी पारी का पेपर निरस्त कर दिया है।
भर्ती एजेंसी राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमेन हरिप्रसाद शर्मा की मानें तो बीते शनिवार को हुए दूसरी पारी के पेपर को रद्द कर दिया गया है. भर्ती से जुड़े जिन भी अभ्यर्थियों ने दूसरी पारी का पेपर दिया था उस पेपर को राजसमंद पुलिस और एसओजी की रिपोर्ट के आधार पर निरस्त कर दिया है। शर्मा ने बताया कि निरस्त पेपर की परीक्षा अब एक बार फिर से दिसम्बर 2022 या जनवरी 2023 में करवाई जाएगी