आपणी हथाई न्यूज,बीकाणा स्पोर्ट्स वेलफेयर समिति द्वारा रविवार को शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला का भव्य अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम पं. नथमल पुरोहित, पं. जुगल किशोर ओझा पुजारी बाबा और पं. राजेंद्र किराडू के सान्निध्य में किराडूओं की बगीची में आयोजित हुआ।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों के विकास का जिम्मा शारीरिक शिक्षकों के कंधों पर है। इसे समझते हुए शारीरिक शिक्षक पूर्ण जिम्मेदारी और गंभीरता से काम करें। उन्होंने कहा कि स्कूली खेलों के लिए आधारभूत व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यार्थी अध्ययन के साथ-साथ विभिन्न खेलों में भी भागीदारी निभाएं। खेल मनुष्य के सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं। शिक्षा मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि आज के बच्चे शारीरिक श्रम वाले खेलों से दूर तथा टीवी और मोबाइल के चंगुल में फंसते जा रहे हैं। यह बच्चों के बौद्धिक और शारीरिक विकास में बाधक है। इसके मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक शनिवार को नो बैग डे के रूप में घोषित किया गया है। इसका अधिकतम उपयोग खेल और अन्य गतिविधियों में किया जाए।
उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा सामूहिक देशभक्ति गायन और महात्मा गांधी के प्रिय भजनों के गायन का विश्व रिकॉर्ड बनाया। वहीं चेस इन स्कूल कार्यक्रम के तहत 56 हजार स्कूलों में एक साथ शतरंज खेला गया। यह भी विश्व रिकॉर्ड है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा शिक्षा और खेलों के विकास में किए जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 3 करोड रुपए प्रोत्साहन स्वरूप दिए जा रहे हैं। आउट ऑफ टर्न नौकरियों के माध्यम से खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका दिया जा रहा है।
इस अवसर पर समिति के सदस्यों द्वारा डॉ. कल्ला का भव्य अभिनंदन किया गया। धूमल भाटी ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
इस दौरान शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक (कार्मिक) अरविंद व्यास, उपनिदेशक रमेश हर्ष, लेखा शाखा प्रभारी नूतन हर्ष, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के स्टाफ ऑफिसर अरुण शर्मा, प्रारंभिक शिक्षा के स्टाफ ऑफिसर अजय रंगा, पंजीयन शाखा के गणेश बोहरा, जिला शिक्षा अधिकारी (शाशि) सुरेंद्र सिंह भाटी, प्रभारी खेलकूद अशोक कुमार व्यास, स्पोर्ट्स स्कूल प्राचार्य अजयपाल सिंह, मोहन लाल जीनगर, रवि छंगाणी, प्रकाश सारस्वत, राकेश पुरोहित, गोविंद पुरोहित, राजा बाबू ब्यास, विजय ठोलिया, महादेव चौधरी, शंभू रंगा, मोहम्मद अरशद तथा रामकुमार पुरोहित, पीटीआई सुरेश जोशी, पीटीआई विजेंद्र रंगा, पीटीआई जुगल किशोर पुरोहित, पीटीआई स्वरूपानंद किराडू सहित विभिन्न अधिकारी और शारीरिक शिक्षक मौजूद रहे।