आपणी हथाई न्यूज,राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी राजनीतिक रणनीतियों को लेकर देशभर में राजनीति के जादूगर माने जाते हैं। मुख्यमंत्री गहलोत प्रदेश में चले सरकार के सियासी संकट के दौरान सरकार को बचाकर देशभर में सुर्खियों में आए थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के रणनीतिक कौशल को देखते हुए आलाकमान भी मुख्यमंत्री गहलोत का मुरीद है।
राजस्थान अब धीरे-धीरे सियासी बाड़ा बंदी का भी हब बनता जा रहा है। जब राजस्थान में सियासी संकट गहराया तब मुख्यमंत्री गहलोत ने जयपुर और जैसलमेर में अपने विधायकों को सुरक्षित रखा जिसके बाद आलाकमान पांच राज्यों में हो रहे चुनाव के बाद राजस्थान में अपने विधायकों को सुरक्षित रखने के लिए भेज सकते हैं। राजस्थान मे पहले भी कई बार कांग्रेस विधायकों की सफल बाड़ेबंदी की जा चुकी है जिसमे महाराष्ट्र के सियासी संकट के दौरान और गुजरात में राज्यसभा चुनाव के दौरान भी राजस्थान में कांग्रेस के विधायक सियासी पर्यटन पर आए थे इसके अलावा असम के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के विधायकों की बाड़ेबंदी राजस्थान में ही की गई थी।
कांग्रेस के अलावा पंजाब से चुनाव लड़ रही प्रमुख पार्टी आम आदमी पार्टी भी राजस्थान में अपने विधायकों को सियासी पर्यटन करवा सकती है। पंजाब में आम आदमी पार्टी के चेहरे भगवंत मान ने राजस्थान के बीकानेर और जैसलमेर में दौरा किया माना जा रहा है कि भगवंत मान का यह दौरा बाड़ाबंदी को लेकर ही था। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री गहलोत ने अपनी जादूगरी से राजस्थान को सियासी पर्यटन का मुख्य स्थल बना दिया है आने वाले समय में राजस्थान में कांग्रेस के जीते हुए विधायकों की बाड़ाबंदी भी देखी जा सकती है।