एससीएल फाउंडेशन भारत द्वारा 25 फरवरी 2023 से 01 मार्च 2023 तक पांच दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा का आयोजन किया जा रहा है जिसमे राजस्थान सारस्वत ब्राह्मण समाज के 325 यात्रियों को शामिल किया गया है बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर क्षेत्र के सारस्वत ब्राह्मण समाज के सामाजिक बंधु इस आयोजन में शामिल होंगे, 125 जोड़ो के साथ कुल 325 यात्री धार्मिक यात्रा में पांच दिवसीय दौरे पर रहेंगे जिसमे, 25 और 26 फरवरी को विश्व सारस्वत फेडरेशन के तत्वाधान में आयोजित होने वाले सारस्वत सम्मेलन में भी अपनी भागीदारी दर्ज करवाएंगे, आयोजन के संयोजक बनवारी सारस्वत ने बताया कि दल के सदस्यों में से सारस्वत सम्मेलन में पायली के श्री गोपाल जी गुरावा को “सारस्वत सम्मान” से सम्मानित किया जाएगा वहीं आयोजन में राजस्थानी सारस्वत संस्कृति पर कलकत्ता (बीकानेर) से माया रोहित ओझा द्वारा प्रस्तुति प्रस्तुत की जाएगी, जिसमे राजस्थानी संस्कृति में मनाए जाने वाले त्योहार, रहन सहन, वेशभूषा पर प्रस्तुति दी जाएगी, 26 फरवरी को सारस्वत पहचान और विरासत पर पैनल में मेजर जनरल जी डी बक्शी, टाटा ग्रुप से प्रवीण कडले के साथ साथ राजस्थान बीकानेर से सम्पत सारस्वत बामनवाली भी अपनी बात को मजबूती से रखेंगे।
दल के सदस्य नवरतन ओझा ने बताया कि दो दिवसीय सारस्वत सम्मेलन में शामिल होने के बाद हरिद्वार हर की पौड़ी में विशेष रूप से गंगा आरती का आयोजन सभी यात्रियों के लिए रखा गया है जिसमे सभी शामिल होंगे तथा अगले दिन हरिद्वार के स्थानीय तीर्थों का दर्शन करने के बाद नीलकंठ महादेव के दर्शन के लिए बसों के माध्यम से जायेंगे और अगले दिन ऋषिकेश में विभिन्न तीर्थ स्थलों का दर्शन करने के बाद रेलमार्ग से वापस बीकानेर की तरफ रवाना होंगे। आयोजन का मुख्य उद्देश्य सामाजिक समरसता और सामाजिक एकता का प्रयास है जिसमे धर्म के रास्ते से सामाजिक एकीकरण के रास्ते खोजने का प्रयास किया जाएगा । पांच दिवसीय आयोजन एससीएल फाउंडेशन भारत के नेतृत्व में हो रहा है जिसमे सभी यात्रियों के लिए बीकानेर से बीकानेर तक सारी व्यवस्था संस्था द्वारा की गई है यात्रा में किसी भी प्रकार का कोई शुल्क किसी यात्री से नही लिया गया है।