राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंग मंडल नई दिल्ली द्वारा बुधवार को यहां रवींद्र रंगमंच पर खूब लड़ मर्दानी… सुभद्रा की जुबानी नाटक का मंचन किया गया। नाटककार आसिफअली के इस नाटक का निर्देशन भारती शर्मा का है और संगीत परिकल्पना डॉ. अंजना पुरी की है। यह नाटक मेंं सुभद्रा कुमारी चौहान की जीवनी पर आधारित है।
सुभद्रा कुमारी के बारे में—
सुभद्रा कुमारी चौहान को एक कवयित्री के रूप में अधिक जाना जाता है, जिन्होंने प्रसिद्ध कविता ‘झांसी की रानी लिखी थी, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि वह नागपुर में गिरफ्तार होने वाली पहली महिला सत्याग्रही थी और 1923 और 1942 में ब्रिटिश शासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए उन्हें दो बार जेल जाना पड़ा था। वह एक अग्रणी लेखिका और स्वतन्त्रता सेनानी थीं जिन्होंने पुरुष प्रधान युग के दौरान राष्ट्रीय ख्याति हासिल की। चूँकि नाटक आजादी का अमृत महोत्सव के भाग के रूप में किया जाना है, जहाँ हम अपने स्वतन्त्रता आन्दोलन के गुमनाम नायकों का उत्सव मना रहे हैं, मुझे सुभद्रा कुमारी चौहान के बारे में शोध करते हुए कई गुमनाम महिला स्वतन्त्रता सेनानियों के बारे में पता चला, जिन्होंने हमारी आजादी के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। तो यह सुभद्रा कुमारी और उन अन्य सभी महिला स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि है जिन्होंने हमारी स्वतन्त्रता के लिए लड़ाई लड़ीं और जिन्होंने सुभद्रा कुमारी चौहान के जीवन को प्रभावित किया होगा।
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आज ‘दुविधा’ नाटक का मंचन
बीकानेर। राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के तहत गुरुवार को रवींद्र मंच पर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंग मण्डल नई दिल्ली के नाटक
‘दुविधा’ का मंचन किया जाएगा। यह विजयदान देथा की कहानी की पर आधारित संगीतमय प्रस्तुति (कथा गायन वाचन शैली में) है।इसका मंचन दोपहर 3 बजे से होगा। इसका संगीत एवं निर्देशन अजय कुमार ने किया है। प्रवेश निशुल्क है।