राजस्थानी व हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मीनारायण रंगा के निधन पर राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष शिवराज छंगाणी ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। छंगाणी ने बताया कि लक्ष्मीनारायण रंगा ने 125 से अधिक कृतियों की रचना की। उन्हें साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के सर्वोच्च पुरस्कार सहित अनेक पुरस्कारों से नवाजा गया। उन्होेंने साहित्य की विभिन्न विधाओं में विपुल सृजन कर साहित्य को समृद्ध किया। उनकी रचनाएं विद्यालय व विश्वविद्यालय की पाठ्य पुस्तकों में शामिल हैं। उन्होंने राजस्थानी भाषा की संवैधानिक मान्यता के लिये सदैव संघर्ष किया।